PM Modi UP Visit: मोदी ने की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना की शुरुआत, काशी को 5200 करोड़ के प्रोजेक्ट की सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सोमवार को सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) और वाराणसी (Varanasi) दौरे पर थे। उन्होंने सिद्धार्थनगर से यूपी को एक साथ 9 मेडिकल कॉलेज की सौगात दी। इसके बाद वाराणसी में कई परियोजनाओं की सौगात दिया।
Asianet News Hindi | Published : Oct 25, 2021 2:20 AM IST / Updated: Oct 25 2021, 06:34 PM IST
सिद्धार्थनगर/ वाराणसी। यूपी दौरे पर सोमवर को पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पूर्वांचल को सैकड़ों करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी है। पीएम मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र बनारस से देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए 65 हजार करोड़ रुपये की आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना का भी शुभारंभ किया। साथ ही अपने संसदीय क्षेत्र के 28वें दौरे पर काशी को 28 परियोजनाओं का तोहफा दिया। इसके पहले पीएम मोदी ने सिद्धार्थनगर से नौ मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण किया। 5200 करोड़ की इन 28 परियोजनाओं का शिलान्यास पीएम मोदी ने करते हुए कहा कि यूपी और पूर्वांचल में आस्था, अध्यात्म और सामाजिक जीवन से जुड़ी बहुत विस्तृत विरासत है। इस विरासत को स्वस्थ, सक्षम और समृद्ध उत्तर प्रदेश के भविष्य के साथ भी जोड़ा जा रहा है।
अपने संसदीय क्षेत्र में डेढ़ घंटे रहे पीएम मोदी
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यूपी दौरे पर आए पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में करीब डेढ़ घंटे रहे। पीएम मोदी ने काशी से देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए 65 हजार करोड़ रुपए की आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना का भी शुभारंभ किया। यहां पूर्वांचल से वाराणसी की कनेक्टिविटी मजबूत करने वाली रिंग रोड, वाराणसी-गोरखपुर नेशनल हाइवे के चौड़ीकरण समेत 28 परियोजनाओं को लोकार्पित किया। इसके पहले वह सिद्धार्थनगर पहुंचे थे। यहां से उन्होंने वर्चुअल माध्यम से नौ मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पीएम मोदी के साथ रहे। पीएम सिद्धार्थनगर से हेलीकॉप्टर से सीधे वाराणसी के मेहंदीगंज स्थित जनसभा स्थल पर पहुंचे थे। मोदी सोमवार को हेलीकाप्टर से सुबह 10:30 बजे सिद्धार्थनगर आए थे।
इन मेडिकल कॉलेजों का किया लोकार्पण
पीएम ने सिद्धार्थनगर में माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किया। इसके साथ 2239 करोड़ रुपये की लागत से बने देवरिया, एटा, फतेहपुर, हरदोई, गाजीपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, जौनपुर के नवनिर्मित मेडिकल काॅलेजों का लोकार्पण किया। पीएम मोदी बीते 20 अक्टूबर को कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट लोकार्पण करने आए थे।
PM Modi In UP Visit Live:
PM मोदी ने UP को 2,329 करोड़ की लागत से बने 9 मेडिकल कॉलेजों की सौगात दी। भारत माता की जय के नारे लगवाए। मोदी ने कहा कि आज प्रदेश के 9 मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन हुआ है। स्वस्थ और निरोग भारत का सपना पूरा हो रहा है। आप सभी को बधाई।
मोदी ने कहा- UP में 90 लाख मरीजों को आयुष्मान भारत के तहत मुफ्त इलाज मिला है। आयुष्मान भारत की वजह से इन गरीबों के करीब एक हजार करोड़ रुपए इलाज में खर्च होने से बचे हैं। बीते वर्षों में डबल इंजन की सरकार ने हर गरीब तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए बहुत ईमानदारी से प्रयास किया है।
हमने देश में नई स्वास्थ्य नीति लागू की, ताकि गरीब को सस्ता इलाज मिले और उसे बीमारियों से भी बचाया जा सके। यूपी में भी 2017 तक सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल की सिर्फ 1900 सीटें थीं। जबकि डबल इंजन की सरकार में पिछले चार साल में ही 1900 सीटों से ज्यादा मेडिकल सीटों की बढ़ोतरी की गई है।
2014 से पहले हमारे देश में मेडिकल की सीटें 90 हज़ार से भी कम थीं। बीते 7 वर्षों में देश में मेडिकल की 60 हज़ार नई सीटें जोड़ी गई हैं। सालों-साल तक या तो बिल्डिंग ही नहीं बनती थी, बिल्डिंग होती थी तो मशीनें नहीं होती थीं, दोनों हो गईं तो डॉक्टर और दूसरा स्टाफ नहीं होता था। ऊपर से गरीबों के हजारों करोड़ रुपए लूटने वाली भ्रष्टाचार की साइकिल चौबीसों घंटे अलग से चलती रहती थी।
7 साल पहले जो दिल्ली में सरकार थी और 4 साल पहले जो यहां यूपी में सरकार थी, वो पूर्वांचल में क्या करते थे? जो पहले सरकार में थे, वो वोट के लिए कहीं डिस्पेंसरी की, कहीं छोटे-मोटे अस्पताल की घोषणा करके बैठ जाते थे। क्या कभी किसी को याद आता है कि यूपी के इतिहास में कभी एक साथ इतने मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण हुआ हो?
योगीजी की सरकार से पहले यहां जो सरकार थी, उसने अपने कार्यकाल में UP में सिर्फ 6 मेडिकल कॉलेज बनवाए थे। योगीजी के कार्यकाल में 16 मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं और 30 नए मेडिकल कॉलेजों पर तेजी से काम चल रहा है।
पहले ऐसा क्यों नहीं होता था और अब ऐसा क्यों हो रहा है, इसका एक ही कारण है- राजनीतिक इच्छाशक्ति और राजनीतिक प्राथमिकता। जब योगी आदित्यनाथजी को जनता-जनार्दन ने सेवा का मौका दिया तो कैसे उन्होंने दिमागी बुखार को बढ़ने से रोक दिया, इस क्षेत्र के हजारों बच्चों का जीवन बचा लिया।
सरकार जब संवेदनशील हो, गरीब का दर्द समझने के लिए मन में करुणा का भाव हो तो इसी तरह काम होता है। यूपी के भाई-बहन भूल नहीं सकते कि कैसे योगीजी ने संसद में यूपी की बदहाल मेडिकल व्यवस्था की व्यथा सुनाई थी। योगी जी तब मुख्यमंत्री नहीं थे, सांसद थे, जिस पूर्वांचल की छवि पिछली सरकारों ने खराब कर दी थी, जिस पूर्वांचल को दिमागी बुखार से हुई दुखद मौतों की वजह से बदनाम कर दिया गया था, वही पूर्वांचल, वही उत्तर प्रदेश, पूर्वी भारत को सेहत का नया उजाला देने वाला है।
यूपी और पूर्वांचल में आस्था, अध्यात्म और सामाजिक जीवन से जुड़ी बहुत विस्तृत विरासत है। इस विरासत को स्वस्थ, सक्षम और समृद्ध उत्तर प्रदेश के भविष्य के साथ भी जोड़ा जा रहा है। 9 नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से करीब ढाई हज़ार नए बेड्स तैयार हुए हैं, 5 हज़ार से ज्यादा डॉक्टर और पैरामेडिक्स के लिए रोज़गार के नए अवसर बने हैं। इसके साथ ही हर वर्ष सैकड़ों युवाओं के लिए मेडिकल की पढ़ाई का नया रास्ता खुला है।
मोदी ने कहा- सिद्धार्थनगर के नए मेडिकल कॉलेज का नाम माधव बाबू के नाम पर रखना उनके सेवाभाव के प्रति सच्ची कार्यांजलि है। माधव बाबू का नाम यहां से पढ़कर निकलने वाले युवा डॉक्टरों को जनसेवा की निरंतर प्रेरणा भी देगा। आज केंद्र में जो सरकार है, यहां यूपी में जो सरकार है, वो अनेकों कर्मयोगियों की दशकों की तपस्या का फल है।
यहां सिद्धार्थनगर में यूपी के 9 मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण हो रहा है, इसके बाद पूर्वांचल से ही पूरे देश के लिए बहुत जरूरी मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की बड़ी योजना शुरू होने जा रही है।
काशी में पांच हजार करोड़ की 28 परियोजनाएं समर्पित की
मोदी का एक सप्ताह में पूर्वांचल (Purvanchal) का यह दूसरा दौरा रहा। जबकि चार महीने के अंदर मोदी तीसरी बार पूर्वांचल में आए थे। अगर उनके संसदीय क्षेत्र की बात करें तो यह दूसरी बार है। प्रधानमंत्री का पूर्वांचल दौरा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यूपी में कुछ महीने बाद ही विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) होने जा रहे हैं।