सार
पीएम मोदी ने 100 करोड़ वैक्सीनेशन की सफलता पर देश के कई हेल्थ वर्करों से बातचीत भी। साथ ही शानदार टीकाकरण होने पर उन्हें बधाई दी। इसी दौरान उन्होंने उत्तराखंड के बागेश्वर जिले की एएनएम पूनम नौटियाल से बात कर उनसे अनुभव पूछे।
बागेश्वर (उत्तराखंड) बागेश्वर (उत्तराखंड). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने रविवार को 'मन की बात' (Mann ki Baat) के 82वें संस्करण के तहत राष्ट्र को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने 100 करोड़ वैक्सीनेशन की सफलता पर देश के कई हेल्थ वर्करों से बातचीत भी। साथ ही शानदार टीकाकरण होने पर उन्हें बधाई दी। इसी दौरान उन्होंने उत्तराखंड के बागेश्वर जिले की एएनएम पूनम नौटियाल से बात कर उनसे अनुभव पूछे।
पीएम ने पूनम से पूछे कई सवाल
दरअसल, उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के एक गांव सौ फीसदी टीकाकरण का कार्य पूरा हुआ। इस सफलता के पीछे एएनएम पूनम नौटियाल हैं। जिन्होंने दिन रात अपने क्षेत्र में मेहनत करके लोगों को वैक्सीन लगाई। पूनम बागेश्वर के क्वैराली सेंटर में एएनएम हैं। प्रधानमंत्री ने पूनम से टीकाकरण के दौरान क्या दिक्कते आईं, किन-किन परेशानियों से गुजरना पड़ा यह सब पूछा। सात ही बागेश्वर जिले में शतप्रतिशत टीकाकरण होने पर बागेश्वर के लोगों को बधाई दी।
पूनम ने घर-घर जाकर लोगों को लगाई वैक्सीन
पीएम मोदी से बात करते हुए पूनम ने बताया कि यहां बारिश के कारण अक्सर रोड ब्लॉक हो जाती थी। ऐसे में हमने कई खतरे भी उठाए और नदियों और घाटियों को पार करते हुए घर-घर जाकर लोगों का टीकाकरण किया। जो वैक्सीन सेंटर नहीं आ सकते थे, उनको हमने घर पर जाकर वैक्सीनेशन किया, जिसमें कई बुजुर्ग, दिव्यांग और गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।
रोज 8 से 10 KM तक पैदल चलना पड़ता था
पूनम ने बताया कि करीब एक दिन में उनको 8 से 10 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता था। इतना ही नहीं वैक्सीनेशन का सारा सामान खुद ही उठाकर पहाड़ी चढ़ना पड़ती थीं। जिसमें पूरा दिन निकल जाता था। इसी बीत पीएम ने पूनम को टोकते हुए कहा आपका कार्य सराहनीय है। आप जैसे लोगों की बदौलत ही आज देश में 100 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग पाई है।
पूनम ने बताया कि हम रोज संकल्प लेते थे
पीएम मोदी से बात करते हुए पूनम ने बताया कि हमारी टीम में पांच लोग होते थे। एक डॉक्टर, फार्मासिस्ट, आशा, एनएनएम और एक डाटा एंट्री ऑपरेटर है। पूनम ने बताया कई बार ऐसा होता था कि नेटवर्क नहीं मिलता तो बागेश्र्वर में आकर उनकी एंट्री करते थे। आगे बताया कि हमारी टीम ने संकल्प लिया था कि कोरोना की बीमारी को देश से दूर भागना है, इसलिए सौ फीसदी लोगों को वैक्सीनेशन करना है।