तो क्या इस शख्स की वजह से जामिया में सनकी ने चलाई गोली, फेसबुक पर लिखा ये बदला आपके लिए

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से राजघाट तक निकाले गए मार्च के दौरान एक सनकी युवक ने फायरिंग कर दी। जिसमें एक छात्र घायल हो गया। फायरिंग करने वाले की पहचान हो गई है। वो ग्रेटर नोएडा के जेवर का रहने वाला है। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 30, 2020 11:08 AM IST / Updated: Jan 30 2020, 07:09 PM IST

ग्रेटर नोएडा (Uttar Pradesh). नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से राजघाट तक निकाले गए मार्च के दौरान एक सनकी युवक ने फायरिंग कर दी। जिसमें एक छात्र घायल हो गया। फायरिंग करने वाले की पहचान हो गई है। वो ग्रेटर नोएडा के जेवर का रहने वाला है। गोली चलाने से पहले उसने अपने फेसबुक पर कुछ पोस्ट भी किए हैं। जिसमें एक पोस्ट में लिखा है चंदन भाई ये बदला आपके लिए है।

कौन है चंदन गुप्ता 
साल 2018 में गणतंत्र दिवस के मौके पर यूपी के कासगंज में विश्व हिंदू परिषद और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने तिरंगा यात्रा निकाली थी। यात्रा बिलमार गेट के पास अल्पसंख्यक समुदाय के मोहल्ले से गुजर ही थी कि भड़काऊ नारेबाजी शुरू हो गई। जिसके बाद दोनों समुदायों के बीच शुरू हुई झड़प ने थोड़ी ही देर में हिंसक रूप ले लिया। पत्थरबाजी हुई, गोलियां चलीं। इस दौरान यात्रा में शामिल युवक चंदन गुप्ता की गोली लगने से मौत हो गई। युवक की मौत के बाद हिंसा ने उग्र रूप ले लिया। दुकानों में जमकर तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी की गई। नौबत ये आ गई कि इलाके में कर्फ्यू लगाना पड़ा। इसके बावजूद उपद्रवियों ने दर्जनों बसों और वाहनों में आग लगा दी। जिसके बाद कासगंज को छावनी में तब्दील कर दिया गया।

जिस तारीख को लिया जन्म उसी तारीख को उठी अर्थी
चंदन का जन्म 27 जनवरी 1998 को हुआ था। उसी दिन उसकी अर्थी उठी। 26 जनवरी को मौत के बाद अगले दिन 27 जनवरी को चंदन का अंतिम संस्कार किया गया था। 

मां ने कही थी ये बात
चंदन की मां सुनीता गुप्ता ने बेटे की मौत के बाद कहा था, मेरा बेटा भारत माता की जय कहते हुए शहीद हो गया। उससे पाकिस्तान जिंदाबाद और हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाने के लिए कहा गया। जब उसने मना कर दिया, तो उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। मेरा बेटा तो संकल्प नाम की एक प्राइवेट संस्था चलाता था। जिसमें गरीबों की मदद करने और ब्लड डोनेट करने जैसे सामाजिक काम करता था। अगर हिंदुस्तान में रहते हुए हिंदुस्तान जिंदाबाद कहना अपराध है, तो हमें भी गोली मार दी जाए। मेरे बेटे को शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए।

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