आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने दावा किया कि रूस, चीन, अमेरिका शक्तिशाली देश हैं जो समस्याएं खड़ी कर रहे हैं लेकिन अमेरिका अपनी गरिमा गंवा रहा है। वो भी भारतीय हिंदू हैं, क्योंकि सभी के पूर्वज हिंदू थे।
मुरादाबाद (Uttar Pradesh) । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि उनके संगठन का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। वह देश के नैतिक, सांस्कृतिक और मानव मूल्यों के उत्थान के लिए काम करता है। भागवत ने इस बात से भी इनकार किया कि आरएसएस भाजपा को रिमोट कंट्रोल से चला रही है
खुद की गरिमा गंवा रहा है अमेरिका
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने दावा किया कि रूस, चीन, अमेरिका शक्तिशाली देश हैं जो समस्याएं खड़ी कर रहे हैं लेकिन अमेरिका अपनी गरिमा गंवा रहा है। वो भी भारतीय हिंदू हैं, क्योंकि सभी के पूर्वज हिंदू थे।
भारतीयों के लिए काम कर रहा है संगठन
उन्होंने कहा कि चुनाव से हमारा कोई मतलब नहीं है। यह संगठन सभी 130 करोड़ भारतीयों के लिए काम कर रहा है। किसी को भी स्वयंसेवक कहा जा सकता है, बशर्ते उसकी विचारधारा राष्ट्रीय एकता की होनी चाहिए, भले वह आरएसएस की शाखा में नहीं आता हो।
सीएए पर नहीं की टिप्पणी
आरएसएस प्रमुख ने संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिकता पंजीकरण पर कोई टिप्पणी नहीं की। हालांकि कहा कि कई देशों ने विविधता से एकता के नारे दिए हैं, लेकिन भारत में यह एकता से विविधता है।