यूपी के सहारनपुर गर्ल्स हॉस्टल में खाना खाने के बाद अचानक से 15 लड़कियों की तबीयत खराब हो गई। इसका जिम्मेदार स्कूल प्रबंधन को बताया जा रहा है क्योंकि उनकी लापारवाही के चलते दोबारा लड़कियां चक्कर आने से बेहोश हो गई।
सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के जिले सहारनपुर में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। राज्य के सहारनपुर जिले में गर्ल्स हॉस्टल में खाना खाने से अचानक 15 लड़कियों की तबीयत बिगड़ गई। यह हादसा रविवार की शाम को लड़कियों ने खाना खाया जिसके बाद से ही उनकी तबीयत खराब होने लगी। हॉस्टल वालों ने लड़कियों का इलाज कराया और वापस लेकर आ गए। लेकिन उसके बाद एक बार फिर लड़कियों की तबीयत खराब हुई। जिसमें से करीब आधा दर्जन से अधिक लड़कियां बेहोश होकर गिर गई। उसके बाद उन्हें तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
छात्राओं को सीएचसी में कराया गया भर्ती
लड़कियों की हालत इतनी गंभीर थी कि कुछ छात्राओं को पीजीआई पिलखनी रेफर किया गया तथा कुछ गंगोह व अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि दो दिन पहले घटिया खाद्य सामाग्री से छात्राओं की तबीयत बिगड़ी थी। लेकिन स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के चलते रविवार को छात्राओं की तबीयत बेहद खराब हो गई। लड़कियों की तबीयत खराब हुई तो उनका हल्का-फुल्का इलाज कराकर उन सभी लड़कियों के जीवन से खिलवाड़ किया गया। बीती रात करीब आधा दर्जन छात्राएं बेहोश होकर गिर गई। आनन-फानन में गंगोह सीएचसी ले जाया गया।
जांच के लिए टीम को किया गया गठित
लड़कियों की हालत गंभीर होने के बाद सीएचसी को जिला चिकित्सालय के लिए रेफर किया गया। छात्राओं के इलाज में स्कूल प्रबंधन की लापारवाही का मामला भी सामने आ रहा है। इतना ही नहीं लड़कियों को भर्ती कराने के बाद से ही हॉस्टल स्टाफ गायब हो गया। अचानक से 15 छात्राओं की तबीयत बिगड़ने का कारण घटिया खाद्य सामाग्री बताया जा रहा है। इस मामले का संज्ञान लेते हुए डीएम अखिलेश सिंह ने बताया कि फूड पॉइजनिंग वजह सामने आ रही है। 48 घंटे में प्रकरण की मजिस्ट्रियल जांच हेतु अपर जिलाधिकारी (प्रशासन), सहारनपुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सहारनपुर एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, सहरनपुर की टीम गठित कर दी गई है जो अपनी आख्या प्रस्तुत करेगी।
शादी के महीनों में अमेठी के नशेड़ियों ने गटक ली 35 करोड़ की शराब, शौकीनों ने तोड़ दिए सारे रिकॉर्ड
योगी सरकार 2.0 के 100 दिन: चार लाख लोगों के रोजगार का लक्ष्य हुआ पूरा, 16 हजार करोड़ की हुई मदद