रामनगरी अयोध्या में श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट टर्मिनल मंदिर की तरह सात शिखर में बनेगा। टर्मिनल भवन साढ़े 6 हजार स्क्वायर मीटर में होगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरपोर्ट के नक्शे को स्वीकृत दे दी है।
अनुराग शुक्ला
अयोध्या: श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण मंदिर भांति होगा। टर्मिनल बिल्डिंग में सात शिखर बनाए जाएंगे। जिसका मध्य शिखर सबसे ऊंचा होगा। टर्मिनल भवन साढ़े 6 हजार स्क्वायर मीटर में होगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरपोर्ट के नक्शे को स्वीकृत दे दी है। टर्मिनल बिल्डिंग में तीन प्रवेश द्वार होंगे। जिसमें एक प्रस्थान, एक आगमन और एक द्वार आपातकालीन अथवा स्टाफ के लिए रखा जाएगा। टर्मिनल भवन 300 लोगों की क्षमता का बनेगा। एक समय में 150 यात्री प्रस्थान व इतने ही प्रवेश कर सकेंगे। निर्माण कार्यों के लिए एजेंसी भी तय कर दी गई है।
बेंगलुरु की एजेंसी करेगी रनवे का निर्माण
रनवे का निर्माण बेंगलुरु की एजेंसी करेगी। जबकि टर्मिनल बिल्डिंग, फायर स्टेशन, ट्रैफिक कंट्रोल भवन का निर्माण दिल्ली की एजेंसी करेगी। प्रथम चरण में रनवे को 2250 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा। दूसरे चरण के निर्माण कार्य में रनवे की लंबाई 3500 मीटर होगी। भूमि के एग्रीमेंट से अब एयरपोर्ट के निर्माण में तेजी आएगी।
अगले वर्ष के मार्च तक एयरक्राफ्ट भरने लगेंगे उड़ान
एयरपोर्ट इंजीनियर इंचार्ज व जीएम राजीव कुलश्रेष्ठ ने बताया कि निर्माण कार्य अगले मार्च तक पूरा होने की संभावना है। राज्य सरकार के विमानपत्तन प्राधिकरण को भूमि लीज पर देने के साथ ही अब यह माना जा रहा है कि अगले मार्च तक एयरपोर्ट के प्रथम चरण का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि प्रथम चरण का निर्माण कार्य पूरा होने के साथ ही एटीआर -72 की उड़ान भी प्रारंभ हो जाएगी। एटीआर -72 छोटे एयरक्राफ्ट होते हैं। जिनकी उड़ान अगले वर्ष से ही प्रारंभ होने की संभावना है। बता दे पिछले दिनों राजधानी लखनऊ में राज्य सरकार और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के बीच 317.855 एकड़ भूमि का एग्रीमेंट हो चुका है। इसके साथ ही अयोध्या में विकास को लेकर भी संभावनाएं भी खुली हैं।
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