पाक में बेटियों का धर्मपरिवर्तन कराया गया, जबरदस्ती शादी की गई तब कांग्रेस क्यों चुप थी: स्मृति ईरानी

नागरिकता कानून का विरोध कर रही कांग्रेस को लेकर केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, पाकिस्तान में 1947 में अल्पसंख्यक 23 प्रतिशत थे। अब घटकर तीन प्रतिशत रह गए। इसके बावजूद कांग्रेस के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।

Asianet News Hindi | Published : Jan 19, 2020 5:54 AM IST

वाराणसी (Uttar Pradesh). नागरिकता कानून का विरोध कर रही कांग्रेस को लेकर केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, पाकिस्तान में 1947 में अल्पसंख्यक 23 प्रतिशत थे। अब घटकर तीन प्रतिशत रह गए। इसके बावजूद कांग्रेस के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। पाक में न जाने कितनी बेटियों को उठाया गया, उनके साथ रेप किया गया। जबरदस्ती शादी की गई, उनका धर्म परिवर्तन कराया गया। लेकिन कांग्रेस कुछ नहीं बोली।

कांग्रेस हिंदू, सिख के साथ साथ ईसाइयों की भी विरोधी
स्मृति ने कहा, कांग्रेस हिन्दू और सिख विरोधी है, यह तो सभी जानते थे, लेकिन वो ईसाइयों के भी विरोध में खड़ी होगी, यह नहीं जानते थे। पाक में जब ईसाइयों के धार्मिक स्थलों पर विस्फोट हुआ, तब सोनिया गांधी रोईं तक नहीं। लेकिन जब बाटला हाउस में आतंकवादी को मारा गया तब उनके आंसू निकल पड़े। कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश का बंटवारा राष्ट्रहित में नहीं परिवार हित में स्वीकारा था। उन्हें परिवार के एक सदस्य को प्रधानमंत्री बनाना था। 

हिंदस्तान ने बाखूबी निभाई अपनी जिम्मेदारी
उन्होंने कहा, जब देश का बंटवारा हुआ जब गांधी जी चाहते थे कि पाकिस्तान में छूट गए हिन्दू परिवारों का संरक्षण हो। बापू के इस कथन को पीएम मोदी ने न सिर्फ स्वीकार किया बल्कि साकार भी किया। 1950 में नेहरू-लियाकत पैठ हुआ था। तय हुआ कि पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों का वहां की सरकार संरक्षण करेगी। इस पैठ के चलते हिन्दुस्तान ने भी इस जिम्मेदारी को स्वीकार किया कि अल्पसंख्यक यहां सुरक्षित रहेंगे। तब भारत में 9 प्रतिशत अल्पसंख्यक थे और 2012 में यह संख्या 14 प्रतिशत के पार चली गई।

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