अयोध्या दिनदहाड़े हुई गोलीबारी में जहां दो लोगों की मौत हो गई वहीं इलाके में दहशत फ़ैल गई। सोमवार को दिनदहाड़े हुई इस घटना में मरने वालों में एक बीजेपी के नेता भी शामिल हैं। मरने वाले बीजेपी नेता ग्राम प्रधान भी थे।
अयोध्या(Uttar Pradesh). कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन जारी है। इस बीच अयोध्या दिनदहाड़े हुई गोलीबारी में जहां दो लोगों की मौत हो गई वहीं इलाके में दहशत फ़ैल गई। सोमवार को दिनदहाड़े हुई इस घटना में मरने वालों में एक बीजेपी के नेता भी शामिल हैं। मरने वाले बीजेपी नेता ग्राम प्रधान भी थे। जबकि दूसरा व्यक्ति चुनाव में रनर प्रत्याशी थी । सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इलाके में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
मामला अयोध्या के हैरिंग्टनगंज ब्लॉक के पलिया प्रताप शाह गांव का है। यहां के प्रधान जयप्रकाश सिंह का प्रधानी के चुनाव के समय से ही विपक्षी प्रत्याशी राम पदारथ यादव उर्फ़ नन्हा से चुनावी रंजिश चली आ रही थी। सोमवार को दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद ने गंभीर रूप अख्तियार किया और गोलीबारी शुरू हो गई। जिसमे दोनों की मौत हो गई। सूचना मिलने पर एसएसपी आशीष तिवारी समेत भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक ग्राम प्रधान बीजेपी के नेता भी थे।
अयोध्या सांसद का करीबी था मृतक प्रधान
मृतक ग्राम प्रधान जयप्रकाश सिंह बीजेपी सांसद लल्लू सिंह का बेहद करीबी माना जाता था। घटना कि जानकारी होने पर सांसद लल्लू सिंह भी मौक़े पर पहुंचे थे। दिनदहाड़े हुई इस वारदात से हड़कंप मच गया। मौके पर हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हैं। किसी भी अप्रिय घटना से निबटने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। घटना के पीछे आपसी विवाद माना जा रहा है।
इलाके का हिस्ट्रीशीटर था ग्राम प्रधान को मारने वाला मृतक
ग्राम प्रधान व बीजेपी नेता जयप्रकाश सिंह की हत्या करने वाला रामपदारथ यादव उर्फ़ नन्हा यादव क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर था। उससे प्रधान जयप्रकाश सिंह से पुराणी दुश्मनी चली आ रही थी। प्रधानी के चुनाव में जब जयप्रकाश सिंह ने नन्हा यादव को हराया तो दुश्मनी और बढ़ गई। तब से दोनों कई बार आमने सामने हो चुके थे। सोमवार को जब नन्हा यादव ने प्रधान जय प्रकाश सिंह को गोली मारी तो गुस्साए प्रधान के समर्थकों व ग्रामीणों ने नन्हा यादव पर भी हमला बोला दिया। जिसमे गोली लगने से उसकी भी मौत हो गई।