अपराध वाला इत्र vs रामराज की खुशबू: अखिलेश के समाजवादी इत्र पर BJP बोली- पापों की दुर्गंध नहीं जाएगी

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने 22 किस्म के प्राकृतिक सुगंधों को मिलाकर एक ‘समाजवादी इत्र’(Samajwadi Itra) लॉन्च किया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने दावा किया है कि इसकी खुशबू से नफरत की राजनीति समाप्त होगी। सपा (SP) की इस पहल पर भाजपा (BJP) ने पलटवार किया और कहा- अखिलेश के इस इत्र से समाजवादी पार्टी के पापों की दुर्गंध नहीं जाने वाली है।

Asianet News Hindi | Published : Nov 10, 2021 10:24 AM IST / Updated: Nov 10 2021, 04:01 PM IST

लखनऊ। उत्तर प्रदेश (UP) में कुछ महीने बाद ही विधानसभा चुनाव 2022 (Assembly Election 2022) होने जा रहे हैं। इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) ने 22 किस्म के प्राकृतिक सुगंधों को मिलाकर एक ‘समाजवादी इत्र’ (Samajwadi Itra) लॉन्च किया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने दावा किया है कि इसकी खुशबू से नफरत की राजनीति समाप्त होगी। सपा (SP) की इस पहल पर भाजपा (BJP) ने पलटवार किया और कहा कि अखिलेश के इस इत्र से समाजवादी पार्टी  (Samajwadi Party) के पापों की दुर्गंध नहीं जाने वाली है। इस इत्र की शीशी तो छोटी सी थी, पर इसने राजनीति में सभी विरोधियों के बयानों में जगह बनाई। इन बयानों में महकती खुशबू की जगह आरोपों की तल्खियां ज्यादा देखी जा रही हैं।  

अखिलेश यादव ने कहा कि ‘यह इत्र लगाकर महकते हुए लोग सपा और समाजवादी विचारधारा की याद दिलाते जाएंगे। इसका रंग भी लाल-हरा रखा है। अगर कहीं दूसरी जगह यह बोतल चली जाए तो खुशबू बदल पाएं, न बदल पाएं, लेकिन रंग जरूर बदल देंगे।’ अखिलेश ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि जब पत्रकार यह परफ्यूम लगाकर जाएंगे तो उन्हें पता चल जाएगा कि अब किसकी सरकार आने वाली है। जब यह हमारे पत्रकार साथी लगाकर जाएंगे तो समाजवादी खुश्बू वहां भी पहुंच जाएगी। वे जान जाएंगे कि कौन आने वाला है? बता दें कि समाजवादी पार्टी के कार्यालय में समाजवादी इत्र लॉन्च हुआ। अखिलेश और पार्टी के अन्य नेताओं ने इत्र की शीशियां हाथों में लेकर मंच से दिखाईं। इसकी बॉटल का रंग सपा के झंडे की तरह लाल और हरा है।

अखिलेश चाहे जितना भी इत्र लगा लें, अब कुछ नहीं होगा
भाजपा (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने कहा कि उनकी (सपा) सरकार में भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, गुंडाराज अपराधी और अपराध तथा सरकारी धन की खुली लूट के संरक्षण से उत्पन्न हुई विषैली गंध मिट नहीं सकती है। इससे त्रस्त होकर ही जनता ने समाजवादी पार्टी को सत्ता से बेदखल किया था। प्रदेश की जनता अब दोबारा सपा के गुंडाराज और भ्रष्टाचार के जहरीले कॉकटेल को मौका नहीं देने वाली। इस इत्र से इनके पापों की दुर्गंध आती है। सिंह ने कहा कि अखिलेश चाहे जितना भी इत्र लगा लें अब जनता उनकी तरफ आकर्षित होने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासी अभी तक भूले नहीं हैं कि सपा कार्यकाल में किस तरह गुंडे, माफियाओं का महिमामंडन होता था। मंत्रियों की गाड़ियों में माफिया घूमते थे। सरकार आतंकवादियों के केस वापस ले रही थी। अब जब माफिया और गुंडों पर योगी सरकार कार्रवाई कर रही है, अपराधी खुद थानों में सरेंडर कर रहे हैं तो सपा अध्यक्ष को दर्द हो रहा है।

यूपी में रामराज्य की खुशबू, सपा सरकार में अपराध महकता था 
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा (Deputy CM Dr Dinesh Sharma) ने कहा कि ‘जब सपा की सरकार थी तब अपराध का इत्र खूब महकता था। उत्तरप्रदेश की जनता को अब अपराध वाला इत्र नहीं चाहिए। यूपी की जनता को भ्रष्टाचार और भय फैलाने वाला है इत्र पसंद नहीं है। देश में पीएम मोदी और यूपी में सीएम योगी की सरकार के जरिए रामराज की खुशबू है। केंद्र और प्रदेश सरकार के कार्यों को उत्तर प्रदेश और देश की जनता मानती है।’

लोकसभा चुनावों में भी छिड़का जाएगा इत्र
इस इत्र को कन्नौज से सपा विधान परिषद सदस्य पुष्पराज जैन उर्फ पम्मी जैन (Pushpraj Jain) ने तैयार करवाया है। इस इत्र को तैयार करने में 2 वैज्ञानिकों को 4 महीने का वक्त लगा। पम्मी बताते हैं कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक इस इत्र में 22 प्राकृतिक इत्रों का उपयोग किया गया है। कन्नौज की मिट्टी का भी इसमें उपयोग किया गया। पम्मी ने बताया कि आगामी लोकसभा चुनावों में भी सपा का एक और स्पेशल इत्र उतारने की योजना है। जो 2024 के चुनाव से पहले लॉन्च होगा। उनका कहना है कि परफ्यूम बनाने में अखिलेश यादव की भी राय शामिल है।

कन्नौज का इत्र दुनियाभर में मशहूर है...
सपा का ये इत्र कन्नौज में बना है। यहां का इत्र दुनियाभर में मशहूर है। इसी इलाके से अखिलेश यादव और फिर उनकी पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) सांसद रह चुकी हैं। फिलहाल, कन्नौज में इत्र का कारोबार कमजोर पड़ गया है। पिछले कुछ सालों में करीब ढाई दर्जन इत्र बनाने वाली इकाइयां बंद हो गईं हैं। हालांकि अभी भी कन्नौज का इत्र यूके, यूएसए, सउदी अरब, इरान, इराक, ओमान आदि जगहों पर भेजा जाता है। अभी इत्र का प्रयोग मेहमानों के स्वागत और शौकीनों द्वारा रखने के अलावा गुटखा, जर्दा, सौंदर्य प्रसाधन में फ्रेग्रेंस के लिए ज्यादा होने लगा है।

अखिलेश को इत्र मिट्टी बेहद पसंद
अखिलेश यादव को इत्र का शौकीन माना जाता है। वे कन्नौज में बनने वाली विश्व प्रसिद्द परफ्यूम 'इत्र मिट्टी' बेहद पसंद करते हैं। इस इत्र की कीमत 3 हजार रुपए है। अखिलेश जब सीएम थे, तब भी इसे यूज करते थे। अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव भी इस इत्र को बेहद पसंद करती हैं।

UP Election 2022 : यूपी की चुनावी फिजा को कितनी महकाएगी समाजवादी परफ्यूम, जानें इसके पीछे का सियासी मकसद...

UP Election 2022: जिस घर की दीवारों पर प्लास्टर भी नहीं, वहां कहां से आया अखिलेश यादव के लिए आरामदायक सोफा?

Read more Articles on
Share this article
click me!