बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी के बचे हुए चरणों के चुनावों के लिए कोऑर्डिनेटरों से सुझाव मांगे हैं। इसी के साथ बसपा उन सीटों पर भी लगातार नजर बनाए हुए हैं जहां बीते चुनावों में नजदीकी अंतर से हार या जीत मिली थी।
लखनऊ: बसपा ने तीन चरणों के चुनाव के बाद जीत के फॉर्मूले की तलाश शुरु कर दी है। इसके लिए सभी कोआर्डिनेटरों से पिछले चुनावों का गणित पूछा गया है। इसी के साथ अगले चार चरणों के लिए सुझाव भी मांगा गया है।
गौरतलब है कि बसपा इस बार सोशल इंजीनियरिंग के फॉर्मूले पर चुनावी मैदान में है। इसी दिशा में ज्यादा ताकत लगाई जा रही है। मायावती ने इसको लेकर सभी कोऑर्डिनेटरों से सवाल किया है कि अब तक के चुनावों का क्या असर रहा है? यही नहीं सोशल इंजीनियरिंग कितनी प्रभावी रही है इसको लेकर भी प्रश्न किए गए हैं।
भले ही कोऑर्डिनेटर पार्टी को मजबूत बता रहे हों लेकिन बसपा हाईकमान ने उनके तथ्यों को परखने के लिए टीम लगाई हुई है। इसी के साथ मायावती ने कहा कि जो भी सुझाव कोऑर्डिनेटर दे रहे हैं उस पर विचार किया जाएगा। इसी के साथ यह सुझाव अगले चरण में प्रभावी हो सकते हैं।
इन सीटों पर है बसपा की नजर
बसपा खासतौर पर उन सीटों पर नजर लगाए हुए हैं जहां बीते चुनाव में नजदीकी मुकाबले में हार हुई थी। इन सीटों पर जांच के लिए अलग से टीम लगाई गई है। इसकी मॉनिटरिंग और कोई नहीं बल्कि खुद बसपा सुप्रीमो मायावती कर रही हैं। इसी के साथ जो सीटे बीते चुनावों में नजदीकी अंतर से जीती गईं उन पर भी नजर रखी जा रही है।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।
हैसियत कम होने के बावजूद अभी भी यूपी चुनाव में भाजपा के साथ ही क्यों हैं मेनका और वरुण गांधी