समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान की विधायकी खतरे में पड़ सकती है। उनके खिलाफ दायर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट की ओर से उन्हें नोटिस जारी कर दिया गया है। अतुल गर्ग पर अपराधिक मामलों को छुपाने का आरोप है।
मेरठ: सपा के लिए पिछले कुछ टाइम से सब कुछ सही नही चल रहा है। सपा और उसके नेता का विवादों से बड़ा पुराना याराना है। अब उत्तर प्रदेश के मेरठ के सरधना से विधायक अतुल प्रधान की मुश्किलें बढ़ती हुई नज़र आ रही है। अतुल प्रधान की विधायकी खतरे में बताई जा रही है। उसके पीछे बीजेपी के नेता संगीत सोम का हाथ है।
भाजपा नेता संगीत सोम ने दायर की थी याचिका
विधानसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार रहे संगीत सोम की ओर से दायर याचिका के बाद इलाहाबाद हाई कोर्ट ने शुक्रवार को अतुल प्रधान को नोटिस जारी किया है। संगीत सोम की ओर से दायर याचिका में अतुल प्रधान पर आपराधिक मामलों को छिपाने का आरोप लगाया गया है। इसे आधार बनाते हुए प्रधान के विधायकी को चुनौती दी गई है। गौरतलब है कि जस्टिस जेजे मुनीर ने अतुल प्रधान को नोटिस जारी किया है और सुनवाई की अगला तारीख 4 जुलाई मुकर्रर की गई है।
हाई कोर्ट ने क्या कहा अपने बयान में
अतुल प्रधान की विधायकी की नैया अभी फिलहाल मझधार में तैरते हुई नज़र आ रही है। अतुल प्रधान को लेकर हाई कोर्ट ने नोटिस जारी करते हुए कहा कि सुनवाई की अगली तारीख को अतुल प्रधान कोर्ट के समक्ष पेश होंगे और सभी दस्तावेजों के साथ अपना लिखित बयान भी जमा करेंगे। इस केस की अगली सुनवाई 4 जुलाई को होगी।
नामांकन दाखिल के दौरान आपराधिक मामलों की जानकारी छिपाने का आरोप
संगीत सोम के वकील के अनुसार, मेरठ जिले के सरधना विधानसभा क्षेत्र से 19 जनवरी 2022 को नामांकन दाखिल करते वक्त अतुल प्रधान ने अपने खिलाफ लंबित 11 आपराधिक मामलों की जानकारी नहीं दी थी। बताया गया कि इन सभी लंबित मामलों में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है और संज्ञान भी लिया जा चुका है।