बिकरू कांड के आरोपी विकास दुबे से प्रेरित होकर आरके दुबे ने उठाया खौफनाक कदम, कहा- सब मारे जाओगे

कानपुर में श्यामनगर में बेटे बहू को बंधक बनाकर पुलिस पर गोली चलाने वाला आरके दुबे पुलिसवालों को ललकार रहा था। खुद की तुलना विकास दुबे से कर रहा था। डीसीपी ने बताया कि आरके बोला कि मैं विकास दुबे से भी खूंखार हूं। कुछ भी कर सकता हूं। सब मारे जाओगे। वो भी दुबे था मैं भी दुबे हूं।

Asianet News Hindi | Published : Jun 21, 2022 7:31 AM IST / Updated: Jun 23 2022, 11:57 AM IST

कानपुर: रविवार को हुए बिकरू कांड पार्ट 2 की घटना देखने को मिली थी। इस बार कांड को अंदाम देने वाला विकास दुबे नहीं बल्कि आरके दुबे नाम का व्यक्ति था। सिरफिरे ने पुलिस के ऊपर ताबड़तोड़ 40 राउंड फायर झोंक दिए। पूछताछ में आरोपी के तमाम तरह के राज खुलकर सामने आ रहे हैं। आरोपी ने विकास दुबे के कारनामों से प्रेरित होकर घटना को अंजाम देने का प्रयास किया। 

श्याम नगर के सी ब्लाक के एक परिवार में बेटे-बहू के साथ अक्सर होने वाला विवाद रविवार को इस हद तक पहुंच गया कि पिता ने सारी हदें पार कर दीं। 55 साल के राजकुमार दुबे ने अपने बेटे और बहू को घर पर ही बंधक बना लिया। बहू के फोन पर पुलिस पहुंची तो उसने घर की छत पर चढ़कर दोनाली बंदूक से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। दो घंटे में उसने 40 राउंड फायर झोंक डाले। 

तीन पुलिसकर्मी हुए थे घायल
इसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। काफी मशक्कत के बाद डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार उसे बातचीत कर समझा सके। फिर घर के भीतर से उसे हिरासत में लिया। हालांकि इस दौरान पुलिस ने एक भी गोली नहीं चलाई। पुलिस ने हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज की है। घटना में किसी पड़ोसी के गेट पर तो किसी के कमरे की दीवार पर गोली लगी। पड़ोसियों ने किसी तरह दुबककर जान बचाई। 

खुद को बताया विकास दुबे से ज्यादा  खूंखार 
कानपुर में श्यामनगर में बेटे बहू को बंधक बनाकर पुलिस पर गोली चलाने वाला आरके दुबे पुलिसवालों को ललकार रहा था। खुद की तुलना विकास दुबे से कर रहा था। डीसीपी ने बताया कि आरके बोला कि मैं विकास दुबे से भी खूंखार हूं। कुछ भी कर सकता हूं। सब मारे जाओगे। वो भी दुबे था मैं भी दुबे हूं।

मानसिक तनाव में था आरोपी
सिरफिरे ने बहू और बेटे को बंधक बनाने के बाद इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। बड़ी मशक्कत के बाद डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार बातचीत कर उसको समझा सके। तब वह घर के भीतर दाखिल हुए और तत्काल आरोपी को हिरासत में लेकर बेटे-बहू को बचाया। आरोपी मानसिक तनाव में था। बता दें कि इस दौरान पुलिस ने एक गोली भी नहीं चलाई। 

बेटे व बहू में चल रहा था विवाद 
पुलिस के मुताबिक आरके दुबे का बेटे सिद्धार्थ व बहू भावना से विवाद चल रहा है। रविवार को किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। दोपहर करीब एक बजे भावना ने पुलिस को फोन कर सूचना दी। मौके पर जब पुलिस पहुंची तो आरके दुबे ने छत से फायरिंग शुरू कर दी। वहीं लगातार घर के अंदर चीख पुकार की आवाज सुनाई दे रही थी।

पुलिस ने आरोपी को समझाया
जानकारी होने पर डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार, एडीसीपी पूर्वी राहुल मिठास, एसीपी कैंट, एसीपी कोतवाली समेत छह थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा। इस दौरान रुक-रुककर आरोपी फायरिंग करता रहा। दूसरी तरफ डीसीपी पूर्वी उसको समझाने में जुटे रहे। 

आरोपी के पास बरामद हुए 40 खोखे
करीब दो घंटे बाद पुलिस घर के भीतर दाखिल हुई। आरके दुबे से असलहा लेने के साथ ही उसे दबोच लिया। कमरे में बंद बेटे बहू को बाहर निकाला। आरोपी के पास से पुलिस को 50 कारतूस मिले और करीब 40 खोखे बरामद किए। आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। 

पड़ोसियों के घरों को भी बनाया निशाना
आरके दुबे ने पड़ोसियों के घरों को भी निशाना बनाया। तीन चार मकानों पर गोलियां चलाईं। पुलिसकर्मी उस पर काबू पाने के लिए आसपास के घरों की छत पर चढ़ रहे थे। ऐसे में जिधर पुलिस वालों को देखता गोली चला देता। 

आरोपी ने लगाया था हेलमेट
आरके दुबे जिस तरह से फायरिंग कर रहा था, उससे वह शातिर अपराधी लग रहा था। वह सिर पर हेलमेट लगाए था और गले में गमछा डाले हुए था, जिससे मुंह ढक रखा था। मकान की रेलिंग की आड़ लेकर वह फायरिंग कर रहा था ताकि वह सुरक्षित रहे। 


 

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