UP News:15 लाख की अफीम लेकर यूपी आ रहे थे तस्कर, UP STF ने महिला समेत 3 को किया गिरफ्तार

यूपी एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार को महिला समेत 3 अफीम तस्करों को शाहजहांपुर से गिरफ्तार किया। अभियुक्तों के पास से 3 किलों अफीम बरामद किया गया है।

Pankaj Kumar | Published : Nov 20, 2021 7:19 AM IST

लखनऊ: शुक्रवार को यूपी एसटीएफ( UP STF) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी (drug trafficking) करने वाले एक महिला समेत 3 अभियुक्तों ( accused) को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार हुए तस्करों(smugglers) के पास से 15 लाख रुपए की कीमत वाली भारी मात्रा में अफीम बरामद की गई। एसटीएफ की टीम ने बताया कि गिरफ्तार हुए अभियुक्तों में झारखंड के रहने वाले पति पत्नी भी शामिल हैं। 

तस्करी के लिए झारखंड से ला रहे थे अफीम, यूपी में हुई गिरफ्तारी

एसटीएफ की टीम के अनुसार, बीते कुछ समय से भारत के अलग अलग राज्यों से अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले तस्करों के सक्रिय होने की जानकारी मिल रही थी। इसी बीच जानकारी मिली कि कुछ लोग झारखंड से अवैध मादक पदार्थों की बड़ी खेप लेकर यूपी के शाहजहांपुर आने वाले हैं। इसके बाद यूपी एसटीएफ की एक टीम शाहजहांपुर में तैनात कर दी गई। एसटीएफ टीम के अनुसार, शुक्रवार को शाहजहांपुर के रोडवेज बस स्टैंड(roadways bus stand) पर झारखंड से आने वाले तस्करों के खड़े होने की  सूचना मिली। सूचना मिलते ही एसटीएफ की टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से एक महिला समेत 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। 


नगदी के साथ 3 किलो अफीम हुई बरामद

एसटीएफ की टीम ने बताया कि गिरफ्तार हुए अभियुक्तों में  सुनीता टूटी नाम की महिला के साथ डीडू मुण्डा व श्री पाल सिंह नाम के तस्कर शामिल हैं। इसमें में सुनीता और डीडू पति-पत्नी हैं। टीम ने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्तों के पास से 3 किलो अवैध अफीम बरामद की गई है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में 15 लाख रुपए कीमत बताई जा रही है। इसके साथ ही नगदी में 9330 रुपए बरामद किए गए हैं। 


झारखंड में अफीम की खेती करके यूपी में करते थे सप्लाई, पूछताछ में खोले राज


एसटीएफ की ओर से हुई गिरफ्तारी के बाद आरोपियों ने बताया कि ये लोग झारखंड में अपने गाँव में ही अजीम की खेती करते हैं। ये सभी लोग वहां से अफीम लाकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग अलग जिलों में इसकी सप्लॉई करते हैं। एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि अभियुक्त श्रीपाल सिंह वर्ष 2018 में अवैध रूप से अफीम की तस्करी करने के मामले में खूटी जिले में जेल गया था। जहां उसकी मुलाकात टीटू मुंडा से हुई। वर्ष 2019 में जेल से छूटने के बाद टीटू और श्रीपाल की आपस में फोन पर बात होने लगी। उसी के बाद श्रीपाल टीटू से अवैध मादक पदार्थ मंगाकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पंजाब आदि राज्यों में सप्लॉई करता था।

 

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