सार
CAA के विरोध के दौरान हाथरस में दंगा भड़काने के आरोपी रऊफ शरीफ की गिरफ्तारी के बाद यूपी STF ने रविवार को दिल्ली के शाहीनबाग स्थित PFI के दफ्तर पर छापा मारा। रऊफ इस समय मथुरा जेल में बंद है। उस पर राजद्रोह सहित दंगा फैलाने विदेशी फंडिंग का आरोप है।
नई दिल्ली. CAA (Citizenship (Amendment Act, 2019) के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन के बीच हाथरस में दंगा फैलाने के आरोपी रऊफ शरीफ की गिरफ्तारी के बाद यूपी STF ने रविवार को दिल्ली के शाहीनबाग स्थित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के दफ्तर में छापा मारा। बता दें कि रऊफ पर राजद्रोह सहित दंगा फैलाने की साजिश रचने का आरोप है। यह PFI की छात्र विंग कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI) का पदाधिकारी है। इस पर दंगे के लिए विदेशी फंडिंग का भी आरोप है। यूपी एसटीएफ उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है।
यूपी STF रउफ शरीफ को केरल से प्रॉडक्शन वारंट पर लेकर आई है। रउफ ने उत्तर प्रदेश में CAA/NRC प्रोटेस्ट की आड़ में साम्प्रदायिक दंगा भड़काया था। PFI के दफ्तर पर छापे के दौरान यूपी STF को पंपलेट्स, सीडी और पैनड्राइव मिली हैं। बता दें कि रऊफ के खिलाफ दिसंबर, 2020 में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया था। रऊफ ने विदेश से टेरर फंडिंग हासिल करके सिद्दीकी कप्पन और अन्य तक पैसे पहुंचाए थे। हाथरस दंगे में सिद्दीकी भी आरोपी है। बता दें कि हाथरस गैंगरेप केस के बाद भी पुलिस ने मथुरा जा रहे 4 लोगों को गिरफ्तार किया था। ये हाथरस में जातिगत दंगा फैलाने की साजिश रच रहे थे।
CAA विरोध और हाथरस गैंर रेप के बाद दंगा भड़काने की साजिश
बता दें कि ये आरोपी CAA के विरोध के दौरान और फिर हाथरस में गैंग रेप केस के बाद दंगा भड़काने की साजिश के आरोपी हैं। रऊफ के बाद मथुरा पुलिस ने 5 अक्टूबर की रात मांट टोल प्लाजा मल्लपुरम निवासी पत्रकार सिद्दीक कप्पन‚ मुजफ्फरनगर निवासी अतीक उर रहमान‚बहराइच निवासी मसूद अहमद और रामपुर निवासी आलम को गिरफ्तार किया था। इनके पास से हाथरस गैंग रेप मामले से जुड़ा भड़काऊ साहित्य मिला था। चारों आरोपी दिल्ली से हाथरस के लिए निकले थे, लेकिन मथुरा में पकड़े गए। पूछताछ में इन्होंने स्वीकारा था कि इन्हें दंगा भड़काने के लिए फंडिंग की गई है।
बता दें कि हाथरस जिले के चंदपा इलाके के बुलगढ़ी गांव में 14 सितंबर, 2020 को 4 लोगों ने 19 साल की दलित लड़की से गैंगरेप किया था। आरोपियों ने पीड़िता की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी थी। उसकी जीभ काट दी थी। दिल्ली में इलाज के दौरान 29 सितंबर को पीड़िता की मौत हो गई थी। इस मामले को लेकर जबर्दस्त राजनीति हुई थी।
यह भी जानें
कुछ दिन पहले यूपी पुलिस ने लखनऊ में ब्लास्ट करने की साजिश रचने वाले दो आरोपियों को पकड़ा था। इनसे भी कई अहम सुराग हाथ लगे थे। ये आरोप हैं अंसद बदरूद्दीन और फिरोज खान। इन दोनों में से एक के घर पर भी एसटीएफ ने छापा मारा।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि इनके निशाने पर कई हिंदूवादी नेता थे। माना जा रहा है कि यूपी एसटीएफ अभी और कई जगह छापा मारेगी।
( FILE PHOTO: काले मास्क में आरोपी)