ओमैक्स बिल्डर ग्रुप के 43 ठिकानों पर सोमवार 14 मार्च सुबह करीब 7 बजे एक साथ छापे मारे गए थे। इनमें दिल्ली के 20, नोएडा में 3, गाजियाबाद में 1, गुरुग्राम में 3 चंडीगढ़ में 4, लुधियाना में 3, लखनऊ में 5 और इंदोर में 4 ठिकानों एक साथ रेड डालकर छानबीन की शुरू गई थी। मंगलवार देर रात तक 38 जगहों पर आयकर विभाग टीम की सर्च चल रही थी। ग्रुप से जुड़े दस्तावेज और अनअकाउंटेड लेनदेन की जांच में आयकर विभाग की टीम जुटी हुई है।
नोएडा: ओमैक्स ग्रुप पर आयकर विभाग की रेड लगातार तीसरे दिन बुधवार को भी जारी है। सोमवार सुबह 7 बजे से ओमेक्स बिल्डर ग्रुप के ठिकानों पर छापे की प्रक्रिया चल रही है। आयकर विभाग (Income Tax Department) के अधिकारी लगातार दस्तावेजों के साथ ही अन्य चीजों को खंगालने में जुटे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक बिल्डर के पास से करीब 200 करोड़ रुपये के अनअकांउटेड ट्रांजेक्शन का पता चला है। इनकम टैक्स की टीम ने अभी तक अलग-अलग स्थानों से कुल मिलकार 20 करोड़ रुपये की नगदी बरामद की है। इनमें से सर्वाधिक 12 करोड़ रुपये दिल्ली के कालकाजी ऑफिस से बरामद किया गया है।
ओमैक्स बिल्डर ग्रुप के 43 ठिकानों पर सोमवार 14 मार्च सुबह करीब 7 बजे एक साथ छापे मारे गए थे। इनमें दिल्ली के 20, नोएडा में 3, गाजियाबाद में 1, गुरुग्राम में 3 चंडीगढ़ में 4, लुधियाना में 3, लखनऊ में 5 और इंदोर में 4 ठिकानों एक साथ रेड डालकर छानबीन की शुरू गई थी। मंगलवार देर रात तक 38 जगहों पर आयकर विभाग टीम की सर्च चल रही थी। ग्रुप से जुड़े दस्तावेज और अनअकाउंटेड लेनदेन की जांच में आयकर विभाग की टीम जुटी हुई है।
IT टीम के हाथ लगी सीक्रेट डायरी
आयकर टीम को फ्लैट बेचने में कैश लेनदेन के साक्ष्य मिले हैं। कुल फ्लैट का 30 से 40 फीसद कैश लिया जाता था। IT टीम ने इसे अनएकाउंटेड ट्रांजेक्शन करार दिया है। बताया जाता है कि इसकी डिटेल एक डायरी में है, जिसमें खरीदारों का पूरा ब्योरा और उसकी कोडिंग है। आयकर विभाग के अधिकारियों के हाथ यह डायरी लगी है। बता दें कि नोएडा शहर में कई नामी बिल्डर (सुपरटेक, ऐस ग्रुप, गैलेक्सी) और प्रॉपर्टी डीलर के ठिकानों पर भी छापे मारे जा चुके हैं। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद आयकर विभाग ने यह कार्रवाई की है। अनअकाउंटेड मनी और कैश के लेनदेन साइट टैक्स चोरी की जांच के तहत कार्रवाई की जा रही है।