उत्तराखंड के पिथौरागढ़ पुलिस को पिछले कुछ दिनों से नाबालिग बच्चों के गलत तरीके से वाहन चलाने वालों की लगातार शिकायतें मिल रही थी। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने विशेष अभियान चलाने का फैसला लिया है। अगर अब कोई नाबालिग चालक पकड़ा जाता है तो 25000 जुर्माना लगेगा।
पिथौरागढ़: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में लगातार वाहन दुर्घटनाओं बढ़ रही थी। इसके पीछे नाबालिग चालकों के गलत तरीके से वाहन चलाने की लगातार शिकायतें आ रही थी। इन्हीं शिकायतों पर अमल करते हुए पिथौरागढ़ पुलिस ने जिले में विशेष अभियान चला रही है। जिसके तहत नाबालिग चालक और वाहन स्वामियों के ऊपर सख्त कार्रवाई करते हुए 25000 रुपए का जुर्माना और साथ ही तीने महीने की जेल का प्रावधान है। जिले की पुलिस के द्वारा ऐसा कदम उठाने के पीछे का मकसद सिर्फ इतना है कि जिले में नाबालिगों और अन्य लोगों के वाहन दुर्घटनाओं से बचाव करना है।
नाबालिग के साथ अभिभावक भी होगे दोषी
शहर में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए पिथौरागढ़ पुलिस हर जगह विशेष चेकिंग अभियान चला रही है, जो कि पूरे एक हफ्ते तक चलेगा। इस अभियान में नाबालिग चालकों पर पुलिस की कड़ी नजर है। अगर सड़क हादसे में कोई भी नाबालिग पकड़ा जाता है तो अभिभावक भी उतना ही दोषी माना जाएगा। दरअसल पुलिस को पिछले कुछ दिनों से लगातार शहर में नाबालिग बच्चों के गलत तरीके से वाहन को चलाने की शिकायतें मिल रही थी। जिसके बाद नाबालिगों और जनता को वाहन दुर्घटना से बचाने के लिए पुलिस ने अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
नाबालिगों के खिलाफ मिल रही थी शिकायतें
पुलिस सड़क सुरक्षा को गंभीरता से ले रही है और इसी वजह से एक हफ्ते तक अभियान चला रही है। इतना ही नहीं पुलिस ने कुछ समय पहले नाबालिग वाहन चालकों के परिजनों की काउंसलिंग करने के बाद ही वाहन छोड़ा था। लेकिन अगर इस बार कोई नाबालिग वाहन चलाते पकड़ा गया तो भारी जुर्माने के साथ वाहन स्वामियों और अभिभावकों को जेल भी हो सकती है। एसपी लोकेश्वर सिंह ने इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस के पास नाबालिगों के गलत तरीके से वाहन चलाने की शिकायतें मिल रही थी। शहर में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।