सार
चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों के गलत पंजीकरण होने पर पर्यटन विभाग ने उत्तराखंड टूर ऑपरेटर एसोसिएशन को पत्र भेजा है। जिसमें टूर आपरेटरों को निर्देश दिए कि पंजीकरण में प्रत्येक यात्री की व्यक्तिगत जानकारी देने होगी। भविष्य में इस तरह की गलत होने पर कार्रवाई की जाएगी।
देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे है। जिसकी वजह से टूर ऑपरेटर एक ही मोबाइल से कई तीर्थयात्रियों का पंजीकरण करा रहे है। इसके चलते यात्रियों का गलत तरीके से ऑनलाइन पंजीकरण किया जा रहा है। इस पर प्रशासन ने संज्ञान लिया है। पर्यटन विभाग के सचिव दिलीप जावलकर ने इस संबंध में उत्तराखंड टूर ऑपरेटर एसोसिएशन को पत्र भेजा है। जिसमें गलत तरीके से पंजीकरण को लेकर बात लिखी गई है। साथ ही भविष्य में इस तरह की गलत होने पर कार्रवाई की जाएगी।
विभाग ने टूर ऑपरेटर को भेजा पत्र
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने इस संबंध में उत्तराखंड टूर ऑपरेटर एसोसिएशन को पत्र भेजा है, जिसमें टूर आपरेटरों को निर्देश दिए कि पंजीकरण में प्रत्येक यात्री की व्यक्तिगत जानकारी देने होगी। भविष्य में इस तरह की गलत होने पर कार्रवाई की जाएगी। दरअसल राज्य सरकार ने बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पंजीकरण अनिवार्य किया हुआ है। इसके लिए ऑनलाइन या केंद्र में आकर पंजीकरण कराने की सुविधा यात्रियों को दी गई है। चारधाम यात्रा शुरू होने से अब तक बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में 21.93 लाख से अधिक तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं।
परेशानी आने पर यात्री से तुरंत हो संपर्क
इतना ही नहीं जो तीर्थयात्री ऑनलाइन पंजीकरण नहीं कर सकते है तो उनके लिए हरिद्वार, षिकेश समेत यात्रा मार्गों पर 18 स्थानों पर पंजीकरण की सुविधा है। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए प्रत्येक यात्री का पंजीकरण अनिवार्य है। चारधाम यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्रियों का पंजीकरण फॉर्म में व्यक्तिगत जानकारी होनी चाहिए। ताकि यात्रा के समय किसी भी यात्री को किसी प्रकार की दिक्कत होने पर तुरंत संपर्क किया जा सके। विभाग को संज्ञान आया कि एक ही मोबाइल नंबर से कई तीर्थयात्रियों का ऑनलाइन पंजीकरण हो रहा है जो गलत है।