कहने को तो पुलिस विभाग के लिए एक स्लोगन बना हुआ है-'देशभक्ति-जनसेवा!' लेकिन कुछेक पुलिसवाले किसी फिल्म के 'वर्दीवाले गुंडे' बनकर पब्लिक का परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। अपनी बीवी का बुर्का पहनकर भागा-भागा फिर रहा यह शख्स भी एक दरोगा से परेशान है। ऐसा इस शख्स का आरोप है। जानिए आखिर माजरा क्या है?
बरेली. यह कोई फिल्मी कहानी नहीं है, जैसा कि आपने प्रकाश झा की फिल्म 'गंगाजल' में देखी-सुनी थी। गंगाजल में जिस तरह सुंदर यादव बुर्का पहनकर कोर्ट पहुंचा था, ठीक उसी तरीके से यह शख्स SSP से मिलने उनके आफिस पहुंचा। इस शख्स की गलती बस इतनी है कि उसने दरोगाजी से सवाल पूछ लिया था।
यह है मामला...
यह मामला बरेली के आंवला थाने के गौसिया कस्बे का है। इस शख्स का नाम है अकबर उर्फ टेना। टेना शादी-ब्याह आदि में ढोलक बजाने का काम करता है। जैसा कि अकबर ने मीडिया को बताया-हुआ यूं कि टेना ने कुछ दिन पहले दानिश अली नामक शख्स को रंगे हाथ चोरी करते पकड़वाया था। हालांकि बताते हैं कि आंवला चौकी इंचार्ज देवेंद्र सिंह ने दानिश को छोड़ दिया। अकसर को यह बात हजम नहीं हुई। एक दिन अकबर ने थाने पहुंचकर दरोगाजी से पूछ ही लिया कि, चोर को क्यों छोड़ दिया? दरोगाजी को यह सवाल नागवार गुजरा। उन्होंने अकबर को पकड़वाकर खूब पिटवाया। यही नहीं, उनके खिलाफ एक झूठे झगड़े में एक केस भी दर्ज करा दिया। इससे परेशान अकबर ने 24 जून को कोर्ट में एक आवेदन लगा दिया था। जब इसकी खबर दरोगाजी को पता चली, तो उनका मूड उखड़ गया। उन्होंने 14 अगस्त को अकबर को पकड़ने 4-5 पुलिसकर्मी घर भेज दिए। 16 अगस्त को उसकी कोर्ट में तारीख थी। इसी से बचने वो बुर्का पहनकर फैमिली के साथ कचहरी पहुंचा। इसके बाद उसने मुख्यमंत्री के नाम SSP को इस संबंध में अपना आवेदन दिया है।