भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन विकेट कीपर और बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने अपने सन्यास की खबरों पर दो टूक जवाब देकर लोगों की बोलती बंद कर दी है।इंटरनेशनल क्रिकेट चल रही धोनी की वापसी की अटकलों के बीच कैप्टन कूल ने सन्यास के सवाल पर एक चुटीले जवाब से इन अफवाहों पर लगाम लगा दी है।
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन विकेट कीपर और बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने अपने सन्यास की खबरों पर दो टूक जवाब देकर लोगों की बोलती बंद कर दी है।इंटरनेशनल क्रिकेट चल रही धोनी की वापसी की अटकलों के बीच कैप्टन कूल ने सन्यास के सवाल पर एक चुटीले जवाब से इन अफवाहों पर लगाम लगा दी है। माही से जब संन्यास पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मैंने बहुत उतार चढ़ाव देखें, जनवरी तक मत पूछो।' पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने बुधवार को कहा कि 2007 में विश्व टी 20 और 2011 में विश्व कप जीतने वाली उनकी टीम का शानदार स्वागत जैसे क्षण उनके दिल के बेहद करीब है।धोनी की अगुवाई में भारत ने दक्षिण अफ्रीका में पहला टी 20 विश्व कप जीता था जबकि इसके बाद उनके नेतृत्व में अपनी सरजमीं पर 2011 में वनडे विश्व कप अपने नाम किया था। यहां एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिये पहुंचे धोनी से पूछा गया कि वह कब तक क्रिकेट से बाहर रहेंगे, उन्होंने कहा, ‘‘जनवरी तक मत पूछो। ’’इस पूर्व कप्तान के एक करीबी सूत्र ने मंगलवार को कहा था कि वह अगले साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बाद अपने भविष्य को लेकर फैसला करेंगे। धोनी ने यहां एक प्रचार कार्यक्रम से इतर कहा, ‘‘मैं यहां दो घटनाओं का जिक्र करना चाहूंगा। हम 2007 में (टी20) विश्व कप के बाद भारत आये और हमने खुली बस में यात्रा की और हम मैरीन ड्राइव (मुंबई) में खड़े रहे। हर तरफ जाम लगा था और लोग हमारे स्वागत के लिये अपनी कारों में आये थे। ’’उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मुझे हर किसी के चेहरे पर खुशी देखकर अच्छा लगा था। क्योंकि दर्शकों में कई ऐसे लोग रहे होंगे जिनकी उड़ान छूट गयी होगी, हो सकता है कि वे किसी महत्वपूर्ण काम से जा रहे हो। वह शानदार स्वागत था। पूरा मैरीन ड्राइव एक छोर से दूसरे छोर तक भरा था। ’’38 वर्षीय धोनी इस समय खेल से दूर फैमिली टाइम एंजॉय कर रहे हैं। उन्होंने आखिरी बार वर्ल्ड कप में क्रिकेट खेला था। टूर्नामेंट मैचों के दौरान धीमी बल्लेबाजी के लिए उन्हें आलोचना झेलनी पड़ी। खासतौर पर इंग्लैंड और न्यूजीलैंड (सेमीफाइनल) के खिलाफ भारतीय टीम के कमजोर प्रदर्शन में उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया गया।