हाईवे-49 पर जाम के कारण पश्चिम बंगाल जाने वाले सब्जी, प्याज, फल और दूध जैसी वस्तुओं से लदे वाहन वापस लौट रहे हैं। बहरागोड़ा से अनेक वाहन वापस लौट रहे हैं। झारखंड में कुड़मी समाज के लोगों के प्रदर्शन से लाखों का नुकसान हुआ है
झारखंड | कुड़मी को एसटी का दर्जा देने की मांग को लेकर अनिश्चितकालिन आंदोलन कर रहे कुड़मी समाज के लोग चार दिनों से प्रदेर्शन कर रहे हैं। उनके इस प्रदर्शन से रेलवे और आम लोगों को बड़ा नुकसान भी हो रहा है। आंदोलन के कारण NH 49 पर 50 किलोमीटर लंबा जाम लगा गया है। कई वाहन फंसे हुए हैं। वहीं रेलवे ने इस आंदोलन को देखते हुए बंगाल और बिहार जाने वाली कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं। कई ट्रेनों का रूट बदलकर चलाया जा रहा है। बता दें कि कुड़मी/ कुरमी टोटेमिक के बैनर तले कुड़मी समाज के लोगों द्वारा पश्चिम बंगाल के खेमाशुली स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक और हाईवे जाम की स्थिति शुक्रवार को चौथे दिन भी जस की तस है। आंदोलनकारी रेलवे ट्रैक और हाईवे पर जमे हुए हैं और हटने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं, रेल प्रशासन और पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा जाम को हटाने की दिशा में अब तक कोई पहल नहीं हो रही है। स्थिति भयावह होती जा रही है। हाईवे-49 थम सा गया है। विभिन्न होटलों और ढाबों के पास वाहनों का जमावड़ा लग गया है। इस आंदोलन के कारण रेलवे को करोड़ों का नुकसान हो रहा है।
ट्रेन बंद रहने से स्टेशन विरान, करोड़ों का व्यवसाय ठप
वाहनों का परिचालन ठप होने के कारण करोड़ों के व्यवसाय का नुकसान हो रहा है। तमाम स्टेशनों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। सबसे बुरा हाल हाईवे पर जाम में फंसे ट्रक चालकों का है। सब्जी का कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। पश्चिम बंगाल और झारखंड के मुख्य शहरों में सब्जियों की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। जाम में फंसे वाहनों पर लदे प्याज सड़ने लगे हैं। यहां तक की इस आंदोलन का प्रभाव घाटशिला अनुमंडल के सरकारी कार्यालयों पर भी पड़ने लगा है। क्योंकि सरकारी कार्यालयों में पदस्थापित पदाधिकारी और कर्मचारी जमशेदपुर से आना-जाना करते हैं। ट्रेन का परिचालन बंद होने के कारण ऐसे पदाधिकारियों और कर्मचारियों को आने-जाने में परेशानी हो रही है।
जाम को लेकर आज बंगाल में बैठक
हाईवे-49 पर जाम के कारण पश्चिम बंगाल जाने वाले सब्जी, प्याज, फल और दूध जैसी वस्तुओं से लदे वाहन वापस लौट रहे हैं। बहरागोड़ा से अनेक वाहन वापस लौट रहे हैं। जानकारी के अनुसार, आज पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में एक बैठक आयोजित होगी. इस बैठक में जाम को लेकर विचार विमर्श होगा।
यह है मामला
कुड़मी समाज के लोग समाज को एसटी का दर्जा और सरना धर्म लागू करने की मांग को लेकर चार दिनों से धरने पर हैं। समाज के लोगों ने अनिश्चितकालिन धरने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि कुड़मी की संस्कृति और सभ्याता आदिवासी से मिलती-जुलती है। इसलिए उन्हें भी एसटी में शामिल किया जाए। इसके साथ ही समाज के लोग सरना धर्म को लागू करने की मांग कर रहे हैं। कुड़मी समाज के लोग पारंपरिक वेशभूषा और हथियारों के साथ चार दिनों से अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। महिलाएं, बच्चे और बुढ़े सभी लोग इस प्रदर्शन में शामिल है।