राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ एक विशाल शांति मार्च का नेतृत्व किया और केंद्र से इस कानून को रद्द करने की मांग की।
वीडियो डेस्क। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ एक विशाल शांति मार्च का नेतृत्व किया और केंद्र से इस कानून को रद्द करने की मांग की। गहलोत ने कहा कि यह संविधान के खिलाफ है और लोगों को धर्म के नाम पर बांटने का प्रयास है। सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान में CAA और NCR लागू नहीं होगा। जयपुर के अल्बर्ट हॉल से जेएलएन मार्ग के गांधी सर्कल के लगभग तीन किलोमीटर तक आयोजित शांति मार्च में विभिन्न राजनैतिक दलों माकपा, आप, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल, जनता दल (एस), सिविल सोसायटी,अल्पसंख्यकों के सदस्यों के साथ साथ युवाओं ने भी हिस्सा लिया।