राजस्थान में लंपी वायरस से सबसे ज्यादा हनुमानगढ़, गंगानगर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, और बाडमेर में हैं। इन जिलों में अब तक एक लाख बीस हजार से भी ज्यादा मवेशी संक्रमित हो चुके हैं। इनमें अलावा पांच हजार आठ सौ से भी ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।
कोरोना और मंकीपॉक्स की दहशत के बीच फैल रहे लंपी वायरस ने हड़कंप मचा दिया है। पाकिस्तान के रास्ते घुसा ये वायरस गायों को अपना शिकार बना रहा है। खतरनाक वायरस से हजारों पशुओं की मौत हो चुकी है। 90 हजार से ज्यादा पशु इस वायरस से संक्रमित हैं। गोवंश में फैल रहे इस वायरस ने किसानों और सरकारों की चिंता बढ़ा दी है। लंपी वायरस एक चर्म रोग है यानि की स्किन डिजीज। इस वायरस की देश में एंट्री पाकिस्तान के रास्ते हुई है। इस वायरस की चपेट में आने से पशु के शरीर पर हजारों गांठे उभर आ जाती हैं। बुखार, मुंह से पानी टपकना शुरू हो जाता है। वायरस की चपेट में आने वाला पशु पानी भी नहीं पी पाता है। ये बीमारी मच्छर, मक्खी और जूं के काटने से या उसके संपर्क में आने से फैलती है।