सीकर में वकील के आत्मदाह के बाद पिरजनों ने शव एसडीएम कोर्ट में रखकर प्रदर्शन किया है। 2 करोड़ के मुआवजे की मांग के सहित 5 मांगों पर अड़े हैं परिजन। कहा- जब तक मांगे नहीं मानी जाएंगी अंतिम संस्कार नहीं होगा
वीडियो डेस्क। राजस्थान के सीकर जिले के खंडेला एसडीएम कोर्ट में एडवोकेट हंसराज के आत्मदाह का बवाल बढ़ता जा रहा है। आरोपी एसडीएम व एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे वकीलों ने मृतक का जयपुर से पहुंचा शव एसडीएम कोर्ट के सामने ही रख लिया है। जिसके साथ ही आक्रोश जताते हुए उन्होंने पांच सुत्रीय मांग प्रशासन के सामने रखी है। जो पूरी नहीं होने तक शव धरना स्थल पर ही रखने की चेतावनी दी है। इस बीच पूर्व चिकित्सा राज्य मंत्री बंशीधर बाजिया, पूर्व विधायक अमराराम व कांग्रेस नेता सुभाष मील सहित राजनीतिक दलों के भी कई नेता व कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए हैं। जो भी वकीलों की मांग के समर्थन में धरने पर बैठ गए हैं। अभिभाषक संघ ने मामले में पांच सुत्रीय मांग रखी है। जिसमें आरोपी एसडीएम राकेश कुमार व थानाधिकारी घासीराम मीणा को बर्खास्त कर गिरफ्तार करने, मृतक वकील के परिजनों को दो करोड़ रुपए का मुआवजा व एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, घटना की सीबीआई जांच करवाने, आरोपी एसडीएम के कार्यकाल में हुए कार्यों की न्यायिक जांच कराने व राजस्व कार्यालय के पीठासीन अधिकारी के रूप में न्यायिक अधिकारी नियुक्त करने की मांग शामिल है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मांग पूरी होने पर ही शव उठाया जाएगा।