जयपुर आए कांग्रेस के पर्यवेक्षक अजय माकन का यह वीडियो है और इस वीडियो में वे कुछ लोगों के साथ बैठे दिख रहे हैं। उनमें से कुछ लोग सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ बयानबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं और माकन इस पर ठहाके लगाते दिख रहे हैं।
जयपुर। कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले हर दिन नए नए विवाद सामने आ रहे है। आज अध्यक्ष के लिए नामांकन भरने का अंतिम दिन है, इससे ठीक एक दिन पहले यानि कल शाम को जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वह सभी के होश उड़ा देगा। जयपुर आए कांग्रेस के पर्यवेक्षक अजय माकन का यह वीडियो है और इस वीडियो में वे कुछ लोगों के साथ बैठे दिख रहे हैं। उनमें से कुछ लोग सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ बयानबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं और माकन इस पर ठहाके लगाते दिख रहे हैं। वीडियो कब का है यह तो अंदाजा लगाना फिलहाल मुश्किल है, लेकिन इसे कुछ दिन पुराना ही बताया जा रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद अब फिर से नया बवंडर उठ सकता है कांग्रेस खेमे में ।
माकन के दफ्तर का बताया जा रहा वीडियो, पायलेट समर्थक नेता खिलाड़ी लाल बाहर निकलते दिख रहे
यह वीडियो राजस्थान प्रमुख और कांग्रेस पर्यवेक्षक अजय माकन का बताया जा रहा है। वीडियो में सचिन पायलेट के बेहद खास नेता खिलाड़ी लाल बैरवा माकन के कार्यालय से बाहर निकलते दिख रहे हैं। वहां माकन बैठे दिख रहे हैं और कुछ अन्य लोग भी वहां बैठे हैं। सभी आपस मे बातचीत कर रहे हैं। बैरवा के निकलने के बाद माकन ठहाके लगाते दिख रहे हैं और कह रहे हैं कि अभी संख्या और बढती दिखाई देगी, इतना कहने पर सामने वाला शख्स से बोलता दिख रहा हैं कि सीएम गहलोत की ओवर स्मार्टनेस ने भारत जोड़ो यात्रा की.... फिर हाथों से तहस नहस जैसे इशारे करते दिखाई दे रहे हैं...। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। चूंकि इसमें भारत जोड़ो यात्रा की बात होती सुनाई दे रही है तो इस हिसाब से अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह वीडियो ज्यादा पुराना नहीं है। हांलाकि इस वीडियो पर अभी किसी भी नेता का कोई बयान सामने नहीं आया है।
उल्लेखनीय है कि अजय माकन पायलेट खेमे के समर्थक बताए जा रहे हैं और गहलोत खेमे के निशाने पर हैं। बीच में तो चर्चा चली थी कि सोनिया गांधी उन्हें बदलने वाली हैं। हांलाकि अभी माकन को लेकर कोई फैसला नहीं किया गया है। लेकिन पायलेट गुट का समर्थन करने के कुछ दस्तावेज गहलोत खेमे के शांति धारीवाल के पास होने का दावा किया गया है। यह खुद धारीवाल ने कहा है कि जरुरत आने पर वे इन्हें आलाकमान को सौंप देंगे।