वीडियो डेस्क। मेडिकल और विज्ञान के युग में भी एक पिता ने अपनी और अपने परिवार की जान को जोखिम में डाल दिया। बच्चे दर्द से बिलखते रहे, पत्नी आसूं बहाती रही लेकिन पिता नहीं माना। झाड फूंक के चलते खुद समेत परिवार की जान आफत में डाल दी।
वीडियो डेस्क। मेडिकल और विज्ञान के युग में भी एक पिता ने अपनी और अपने परिवार की जान को जोखिम में डाल दिया। बच्चे दर्द से बिलखते रहे, पत्नी आसूं बहाती रही लेकिन पिता नहीं माना। झाड फूंक के चलते खुद समेत परिवार की जान आफत में डाल दी। दरअसल जोधपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में स्थित झंवर थाने इलाके में बाबूलाल के घर में खाना बनाते हुए गैस लीक होने के चलते आग लग गई। जिसमें बाबूलाल की पत्नी और दो बच्चे झुलस गए। बाबूलाल ने सभी को बचाने की कोशिश की जिससे वो भी झुलस गया। हद तो तब हो गई जब सभी को अस्पताल ले जाने की जगह बाबूलाल झाड़-फूंक करने वाले भोपों के पास ले गया। वहां 30 घंटे तक बच्चे चीखते रहे। जब बात नहीं बनीं तो अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां बच्ची की मौत हो गई। बाकी सभी का इलाज किया जा रहा है।