अरुणाचल प्रदेश में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में राजस्थान के मेजर विकास भांभू, मेजर मुस्तफा और रोहिताश की मौत हो गई थी। रोहिताश्व का शव घटना के करीब 15 घंटे बाद मिल पाया था। ऐसे में उनकी पार्थिव देह सबसे लेट आज शाम को आएगी
राजस्थान में दिवाली के दिन मातम पसरा हुआ है। यहां के लोगों को दिवाली की खुशी से ज्यादा अपने 3 बेटे खोने का गम है। जिसमें एक बेटे का अंतिम संस्कार रविवार को हुआ जबकि एक बेटे का अंतिम संस्कार आज होगा। वही झुंझुनू जिले के रोहिताश्व की पार्थिव देह आज शाम उसके गांव पहुंचेगी।
गौरतलब है कि अरुणाचल प्रदेश में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में राजस्थान के मेजर विकास भांभू, मेजर मुस्तफा और रोहिताश की मौत हो गई थी। रोहिताश्व का शव घटना के करीब 15 घंटे बाद मिल पाया था। ऐसे में उनकी पार्थिव देह सबसे लेट आज शाम को आएगी। वही हनुमानगढ़ के रहने वाले मेजर विकास भांभू की अंतिम यात्रा तिरंगा रैली के रूप में शुरू हो चुकी है। उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
कोई दिवाली पर आने वाला था तो किसी के हाथ होने वाले थे पीले
तीनों सैनिकों की शहादत के बाद अब परिवार सदमे में हैं क्योंकि इनमें में कोई दिवाली पर घर आने की बात कहकर गया था तो किसी की छह महीने बाद ही शादी होने वाली थी। उदयपुरवाटी के सैनिक रोहिताश्व ने हादसे से कुछ मिनट पहले ही अपनी पत्नी से बात की थी और कहा था कि वह कैसे भी करके दिवाली पर घर जरूर आएगा। वहीं घटना के शिकार हुए उदयपुर के मैनेजर मुस्तफा का रविवार रात को अंतिम संस्कार किया गया। परिजनों ने उन्हें सुपुर्द ए खाक किया। जब ताबूत में रखा शव घर पहुंचा तो उसकी मां तब उससे लिपट गई। वही इस हादसे में तीसरा सैनिक हनुमानगढ़ निवासी विकास भांभू देश के टॉप टेन पायलट में एक था। जिसे भी देश ने इस हादसे में खो दिया।