राजस्थान के भरतपुर में शराब माफिया ने एक संत की जान लेने की कोशिश की है। पुलिस की लापरवाही इस मामले में भी सामने आ रही है। संत का आरोप है कि पुलिस सही कार्रवाई करती तो उनका ये हाल नहीं होता।
वीडियो डेस्क। भरतपुर के वैर क्षेत्र में स्थित घरसोनी गांव में बाबा बालक नाथ आश्रम में रहने वाले संत राजेन्द्र दास काफी समय गांव में बिकने वाली अवैध शराब के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे हैं। प्रशासनिक अफसरों और पुलिस से भी इस बारे में मिल चुके हैं कि गांव में अवैध तरीके से शराब बेची जा रही है और इसके सबसे ज्यादा ग्राहक युवा वर्ग है जो शराब के नशे में डूबता जा रहा है। इस विवाद को लेकर लगातार वे प्रदर्शन करते रहे हैं। लेकिन तीन दिन पहले शराब माफिया ने विरोध के समय उनको घेर लिया और उन पर हमला कर दिया। संत को गांव के बाहर रोका और उन्हें तब तक पीटा गया जब तक वे अचेत नहीं हो गए। बाद में उन्हें मरा समझकर छोड़ गए। जैसे तैसे उन्हें भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। दो दिन तक तो पुलिस ने केस ही दर्ज नहीं किया। अब मंगलवार शाम उनके पर्चा बयान के आधार पर केस दर्ज किया है। शराब माफिया ब्रजकिशोर उर्फ दामोड़ा पहलवान के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। संत का आरोप है कि पर्चा बयान के बावजूद भी पुलिस ने सही से रिपोर्ट दर्ज नहीं की है।