राजस्थान करौली के टोडाभीम क्षेत्र में स्थित करीरी गांव में यह आयोजन शनिवार को हुआ। भैरव जी के लक्खी मेले में हर साल होने वाले इस आयोजन में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इस कुश्ती दंगल में 500 से ज्यादा पहलवान पहुंचे थे
वीडियो डेस्क। राजस्थान के करौली में परंपरागत तौर पर कई सालों से हो रही कुश्ती के दंगल को देखने के लिए इस बार इतने लोग आए की जगह छोटी पड़ गई । इस कारण दंगल का लाइव प्रसारण किया गया । ड्रोन कैमरे की मदद से लगातार लाइव रिकॉर्डिंग चलती रही और इस रिकॉर्डिंग को एक लिंक के जरिए 500000 से भी ज्यादा लोगों ने देखा। कोरोना के बाद हो रहे इस आयोजन को देखने के लिए आसपास के जिलों के 60000 से भी ज्यादा लोग पहुंच गए थे। हमेशा की तरह बैठने की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी जिसे जहां जगह मिली वह वहीं बैठ गया । इस दंगल का आयोजन पहाड़ियों के बीच में इसलिए किया जाता रहा है ताकि पहाड़ियों पर बैठकर लोग इसे देख सके ।। 60 हजार से ज्यादा लोग पहाड़ियों पर पहुंचे और जिनको जगह नहीं मिली वह वापस चले गए । आयोजकों ने लाइव प्रसारण कराया जिसे लाखों लोगों ने देखा।
करौली के टोडाभीम क्षेत्र में स्थित करीरी गांव में यह आयोजन शनिवार को हुआ। भैरव जी के लक्खी मेले में हर साल होने वाले इस आयोजन में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इस कुश्ती दंगल में 500 से ज्यादा पहलवान पहुंचे थे जिन्होंने 250 से ज्यादा फाइट की। राजस्थान के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों से यहां पहलवान आए थे । हरियाणा के पहलवान को लगभग विजेता मान ही लिया गया था, लेकिन उसे उत्तर प्रदेश के हाथरस के पहलवान ने ऐसी चुनौती दी कि चारों खाने चित कर दिए और धूल चटा दी । हाथरस के पहलवान हरकेश ने यह दंगल जीता उन्हें ₹251000 का नगद पुरस्कार दिया गया । शनिवार को दोपहर में आयोजित हुए इन आयोजनों का देर शाम तक प्रसारण किया जाता रहा। इस आयोजन में भाजपा के सांसद किरोडी लाल मीणा भी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। उन्होंने जीतने वाले पहलवानों को बधाई दी और अगले साल इससे भी बड़ा आयोजन कराने की बात कही।