आगरा: ताजमहल के 22 कमरों में है कई राज, जानिए क्या है इस विवाद की पूरी कहानी

आगरा: ताजमहल के 22 कमरों में है कई राज, जानिए क्या है इस विवाद की पूरी कहानी

Published : May 11, 2022, 07:32 PM IST

ताजमहल के 22 कमरों को लेकर विवाद लगातार जारी है। इनको लेकर लगातार दावा किया जा रहा है कि इनमें देवी देवताओं की मूर्ति, शिलालेख हैं। यह चर्चा उस दौरान सामने आई जब इतिहासकार पीएन ओक की किताब 'ट्रू स्टोरी ऑफ ताज' लोगों के सामने आई। 

आगरा: भारत में ऐसी कई मस्जिद और मंदिर हैं जिन पर सवाल खड़े होते रहे हैं। इन दिनों ताजमहल को लेकर काफी चर्चाएं हो रही है। एक पक्ष इसे हिंदू मंदिर बताने में लगा हुआ है। कोई इसे शिवमंदिर तो कोई इसे तेजोमहालय बता रहा है। इसको लेकर एक याचिका भी दायर की गई है जिसमें ताजमहल में मौजूद 22 कमरों को खोलने की मांग की गई है। इन कमरों को खोलने की मांग के पीछे का कारण है कि पता लग सकते इनके अंदर देवी देवताओं की मूर्ति और शिलालेख हैं या नहीं। 

मुगलकाल से बंद है कमरे 
ताजमहल के 22 कमरे काफी समय से बंद हैं। इतिहासकार बताते हैं कि मुख्य मकबरे और चमेली फर्श के नीचे 22 कमरे हैं। यह मुगलकाल में बंद किए गए थे जो अभी तक बंद हैं। आखिरी बार इन्हें 1934 में खोला गया था। उस दौरान भी उन्हें सिर्फ निरीक्षण के लिए खोला गया था। हालांकि बाद में उन्हें फिर से बंद कर दिया गया। ताजमहल की फर्श और यमुना की ओर बनी दो सीढियां जिनके ऊपर लोहे का जाल बिछाया गया है। कहा जाता है कि 40 से 45 साल पहले तक यहां जाने को लेकर रास्ता था। लेकिन बाद में उसे भी बंद कर दिया गया। 

इन कमरों को खोलने से हो सकता है नुकसान
ताजमहल की संगमरमर की संरचना की पहली मंजिल पर ही यह कमरे स्थित हैं। यह ऊपरी मंजिल की ओर जाने वाली 2 सीढियां शाहजहां के समय से ही बंद हैं। ऊपरी मंजिल पर इन कमरों के फर्श और संगमरमर की दीवारों को देखा जा सकता है। इतिहासकार बताते हैं कि ताजमहल के बेसमेंट में जो कमरे बने हुए हैं वह मार्बल के बने हैं। कहा जाता है कि अगर तहखाने में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ती है तो वो कैल्शियम कार्बोनेट में बदल सकती है। कार्बन डाइऑक्साइड मार्बल को पाउडर के रूप में देना शुरू कर देते हैं। इसकी वजह से दीवारों को नुकसान पहुंच सकता है। लिहाजा ताजमहल की दीवारों को नुकसान से बचाने के लिए यहां के तहखानों को बंद कर दिया गया है। 

क्या है पूरा विवाद 
भाजपा नेता डॉ. रजनीश सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में एक याचिका दायर की है। इसमें ताजमहल के नीचे 22 कमरों को खोलने की मांग की है। इनके खोलने की मांग के पीछे का कारण यह बताया गया है कि इससे पता लग सकेगा यहां देवी, देवताओं की मूर्तियां और शिलालेख हैं या नहीं। ताजमहल या तेजोमहालय को लेकर विवाद उस दौरान शुरू हुआ जब इतिहासकार पीएन ओक की किताब 'ट्रू स्टोरी ऑफ ताज' लोगों के सामने आई। इस किताब में ऐसे कई दावे किए गए जो बताते थे कि यहां शिव मंदिर है। इस किताब में राजा जय सिंह के फरमान का जिक्र करते हुए यहां गणेश, कमल के फूल और सर्प के आकार की आकृतियों को लेकर भी दावा किया गया।

02:48BHU में भयानक बवाल के बाद पुलिस का तगड़ा एक्शन, अब बच नहीं पाएंगे उपद्रवी!
04:10“मौलाना महमूद मदनी देश के गद्दार...” Mahmood Madani के ‘Jihad’ वाले बयान पर भड़के Maulana Razvi
10:47“वह दबाव में थे” SIR पर BLO की मौत को लेकर अखिलेश यादव ने Election Commission पर साधा निशाना
03:20Ayodhya में ध्वजारोहण के बाद Mandir में लगी रामभक्तों की भीड़, PM Modi का कर रहे धन्यवाद
05:23Ram Mandir Flag Hoisting: दिव्य अयोध्या में PM Modi का भव्य रोड शो, जमकर बरसे फूल
03:39कौन हैं Noor Alam और Ram lalla से क्या है कनेक्शन? ध्वजारोहण समारोह का मिला Invitation
02:58Ram Mandir ध्वजारोहण से पहले दिव्य-भव्य दिखी रामनगरी Ayodhya, जगमग दिखी हर गली और चौराहा
02:24राम मंदिर ध्वजारोहण: तैयारियां देख श्रद्धालु गदगद, दुल्हन की तरह सजी अयोध्या
02:24Ram Mandir ध्वजारोहण: 'सनातनी कहे PM मोदी को धन्यवाद' क्या बोले Devkinandan Thakur
04:14'बकवास मत करना... पकड़ो तमंचा' बुलंदशहर पुलिस ने रटवाए सवाल, Viral Video ने खोला राज