मुरादाबाद के भोजपुर थाना इलाके के ताजपुर में अवैध निर्माण तोड़ने गयी। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की टीम ने बिना नक्शा पास कराये किये गए अवैध निर्माण को तोड़ने का काम शुरू किया ही था कि थोड़ी देर बाद मकान मालिक के आने और भीड़ जमा होने की वजह से पुलिस और एमडीए के कर्मचारी अपनी गाड़ियां लेकर भागते नज़र आये।
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के भोजपुर थाना इलाके के ताजपुर में अवैध निर्माण तोड़ने गयी। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की टीम ने बिना नक्शा पास कराये किये गए अवैध निर्माण को तोड़ने का काम शुरू किया ही था कि थोड़ी देर बाद मकान मालिक के आने और भीड़ जमा होने की वजह से पुलिस और एमडीए के कर्मचारी अपनी गाड़ियां लेकर भागते नज़र आये।
अतिक्रमण हटाने आये कर्मचारियों की गाड़ियां रेत में फंस गयी, जिन्हे पुलिस वाले और मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के कर्मचारी धक्का लगाते नज़र आये। मकान मालिक का कहना था कि मैं पहले मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के ठेकेदारों को निर्माण सामग्री की सप्लाई देता था, इसलिए मुरादाबाद विकास प्राधिकरण में सभी अधिकारी मुझे जानते हैं। मैं भी सभी को जनता हूँ पता नहीं क्यों ये लोग मेरा ही मकान तोड़ रहे हैं। यहां और बहुत से मकान हैं, किसी का भी नक्शा पास नहीं है। ये फ़्लड एरिया बता रहे हैं, मेरी तो वर्ष 2016 से मुरादाबाद विकास प्राधिकरण में नक़्शे की फ़ाइल लगी हुई है। अब बिना नोटिस दिए यह लोग मेरा मकान तोड़ने आये थे। वहीं मुरादाबाद प्राधिकरण के जूनियर इंजिनियर का कहना था कि यह मकान अवैध निर्माण था। जिसे तोड़ने की कार्यवाही करने हम लोग यहां आये थे। अधिकारी मकान मालिक के आरोपों को बेबुनियाद बताते नज़र आये। अपनी गाड़ियों में बैठ कर बीच में ही कार्यवाही ख़त्म कर चलते बने लेकिन ये क्या इनकी गाड़ियां तो यहां बालू में फंस गयीं। अब इन्हें धक्का लगाना पड़ रहा है. तस्वीरें यूपी के मुरादाबाद की हैं। सवाल ये की जब इस इलाके में किसी का भी नक्शा अगर पास नहीं है तो कार्यवाही सिर्फ एक ही मकान पर होने से सवाल तो उठेंगे ही ?