यूक्रेन और रूस के बीच तनातनी बरकरार है। इसका असर भारत पर भी नजर आ रहा है। दोनों देश की सीमाओं पर माहौल गर्म हैं। ऐसे में यूक्रेन में पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स परेशान हैं। इसका असर भारतीय छात्रों में भी पड़ रहा है।
मेरठ: यूक्रेन और रूस के बीच तनातनी बरकरार है। इसका असर भारत पर भी नजर आ रहा है। दोनों देश की सीमाओं पर माहौल गर्म हैं। ऐसे में यूक्रेन में पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स परेशान हैं। यूक्रेन के लवीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रही राखी पंडित फोर्थ ईयर की स्टूडेंट्स है। कोरोना की तीसरी लहर में यूक्रेन से 5 नवंबर को वापिस आ गई थी। अब 24 जनवरी के आसपास जाने की सोच रही थी, लेकिन रूस और यूक्रेन में जंग छिड़ने की आहट ने कदम यहीं रोक दिए। फिलहाल ऑनलाइन पढ़ाई कर रहीं हैं और हर रोज वहां रहने वाले अपने साथियों से वीडियो कॉल कर वहां की स्थिति जान रहीं हैं। वहां पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स भी परेशान हैं कि युद्ध हुआ तो क्या होगा।
राखी की मां अमृता भी नहीं चाहती कि ऐसे माहौल में बेटी को यूक्रेन भेजा जाए क्योंकि उन्हें डर लगता है। राखी का कहना है कि दिक्कतें बहुत हैं क्योंकि डॉक्टर बनने के लिए ऑफलाइन पढ़ाई ज्यादा जरूरी है, इसलिए बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार पर पूरा विश्वास है कोई युद्ध होता है तो भारत के छात्रों को सकुशल वापस स्वदेश लेकर आएं। बता दें की राखी मेरठ के देहात इलाके जानी की रहने वाली हैं।