ज्ञानवापी मामले में अब पुलिस कमिश्नरेट की एंट्री हो गई है। पुलिस ने जवाब तलब कर विश्व वैदिक सनातन संघ को नोटिस जारी किया है। नोटिस जारी कर 3 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।
ज्ञानवापी केस में अब वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने एंट्री मार दी है। विश्व वैदिक सनातन संघ के दावों पर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने जवाब तलब कर करते हुए समिति प्रमुख को नोटिस जारी कर दी है। मामला ज्ञानवापी से जुड़ा हुआ है। जिसमें श्रृंगार गौरी केस के मुख्य वादी राखी सिंह के पैरोकार जितेंद्र सिंह बिसेन ने ज्ञानवापी से जुड़े सभी मामलों को सीएम योगी को पावर ऑफ अटॉर्नी देने का ऐलान किया है।
दरअसल 29 अक्तूबर को ज्ञानवापी मुकदमें में पैरोकार विश्व वैदिक सनातक संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन से ज्ञानवापी से जुड़े सभी मुकदमों का पावर ऑफ अटॉर्नी सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंपने का ऐलान किया और 15 नवंबर को सभी कागजी कराई पूरा करने का दावा दिया। इस दावे पर कमिश्नरेट पुलिस के चौक थाने से जितेंद्र सिंह बिसेन को नोटिस दी गई है। नोटिस में पूछा गया है कि क्या आपके एलान में मुख्य मंत्री की सहमति शामिल है, यदि है तो उसे स्पष्ट करें और 3 दिन के अंदर जवाब दें। यदि 3 दिन के भीतर विश्व वैदिक सनातन धर्म जवाब नही देती है तो विधिक करवाई की जाएगी।
बता दें कि इस ऐलान के बाद शहर में इसकी काफी चर्चा है। विश्व वैदिक सनातन संघ ने 14 नवंबर को सारे बातो पर प्रेस कांफ्रेंस करने की बात कही थी लेकिन उसे पहले वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने दावों के सच्चाई की रिपोर्ट मांग ली। अब देखने वाली बात ये होगी कि समिति का ये दावा कितना सच है या फिर सिर्फ पब्लिक सिटी स्टंट है।