नई शिक्षा नीति 2020 के तहत 15 लाख शिक्षकों को इग्नू प्रशिक्षित करेगा। इसके जरिए ज्यादा से ज्यादा अध्यापकों को ऑनलाइन जोड़कर ट्रेनिंग दी जाएगी। टीचर्स घर बैठे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर प्रशिक्षिण की सुविधा ले सकेंगे।
वाराणसी: भारत सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति जुलाई 2020 में जारी किया गया था और इसके प्रभावी कार्यान्वयन की दिशा में विभिन्न उच्च शिक्षा संस्थानों द्वारा विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं। नई शिक्षा नीति को सुचारू रूप से कार्यान्वयन के लिए शिक्षक प्रमुख भूमिका अदा करते हैं। जिसमें विश्वविद्यालय और कॉलेजों के लगभग 15 लाख शिक्षकों को नीति की विभिन्न सिफारिशों पर प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय है, जो शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत कार्यरत है। यूजीसी एवं इग्नू को भारत के 15 लाख अध्यापकों को नई शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन हेतु प्रशिक्षण देने का दायित्व सौंपा गया है। उच्च शिक्षा से जुड़े सभी अध्यापक चाहे वह स्थायी हो, अंशकालिक अथवा अतिथि प्रवक्ता हो इस प्रशिक्षण के लिए पात्र है। जिसे यूजीसी द्वारा मान्यता प्रदान की गई है और यूजीसी, एचआरडीसी द्वारा "शार्ट टर्म प्रोफेशनल प्रोग्राम" के समतुल्य है जो Career Advancement Scheme (CAS) के लिए मान्य होगा। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन 15 अगस्त 2022 से प्रारंभ हो चुका है। प्रवेश व रजिस्ट्रेशन पोर्टल का लिंक है https://ignou nep-pdp.samarth.ac.in/
इस संदर्भ में इग्नू के कुलपति प्रो. नागेश्वर राव द्वारा भारतवर्ष के सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों को पत्र द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 के प्रशिक्षण के संदर्भ में अवगत कराया गया है तथा अधिक से अधिक अध्यापकों नई शिक्षा नीति 2020 के ऑनलाइन प्रशिक्षण से जुड़कर इसका लाभ लेने के लिए निदेर्शित किया गया है। वहीं उत्तर प्रदेश में पूर्वाचल के 19 जिलों में स्थिति सभी विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों के अध्यापकों का रजिस्ट्रेशन कराने एवं उन्हें प्रशिक्षित करने की जिम्मेवारी इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, वाराणसी को सौंपी गयी है। जिसके लिए क्षेत्रीय केन्द्र वाराणसी द्वारा पूर्वाचल के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं सभी कॉलेजों के प्राचार्यो को ईमेल एवं पत्र के माध्यम से सूचना भेजी जा रही है। जिससे इन संस्थानों के अधिक से अधिक अध्यापकों को जोड़कर नई शिक्षा नीति-2020 के लिए प्रशिक्षित किया जा सकें ।
यह छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्णत निःशुल्क है, प्रतिभागियों को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए किसी प्रकार के छुट्टी लेने की आवश्कयता नहीं है तथा जिसके लिए अभ्यर्थी को 36 घंटें देने होगें एवं इसे अधिकतम 9 दिनों में पूर्ण किया जा सकता है। जिसके लिए कुल छह बैंच बनाए गये हैं, जिसका प्रथम बैंच 5 सितम्बर से प्रारम्भ होगा और "SWAYAM" प्लेटफार्म के माध्यम से ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसमें प्रशिक्षण के लिए रजिस्ट्रेशन करते समय क्षेत्रीय केन्द्र वाराणसी का चुनाव करना आवश्यक है और प्रवेश हेतु संस्था के प्राचार्य का संस्तुति पत्र अथवा संस्था का आईकार्ड को रजिस्ट्रेशन के समय अपलोड करना अनिवार्य है।