सरयू नहर परियोजना 1971-72 में शुरू हुई थी लेकिन मोदी सरकार बनने के बाद यह परियोजना परवान चढ़ सकी। वर्ष 2018 से इस परियोजना के कार्य में तेजी आई और इसे राष्ट्रीय परियोजना मे शामिल किया गया। आपको बता दें कि पांच नदियों को जोड़ने वाली यह परियोजना बलरामपुर, श्रावस्ती, गोंडा, बहराइच, बस्ती, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, संत कबीरनगर व गोरखपुर के किसानों को लाभान्वित करेगी
बलरामपुर: शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी सरयू नहर परियोजना का उद्घाटन करने पहुंचे। पीएम मोदी को देखने के लिए भारी मात्रा में भीड़ एकत्रित हो गई। मैदान में लोगों को उत्साह देखने लायक था। गोरखपुर (AIMS in gorakhpur) से प्रदेश की जनता को एम्स की सौगात देने के बाद अब शनिवार को यूपी के जिला बलरामपुर (Balrampur) पहुंचकर पीएम मोदी ने सरयू नहर परियोजना का उद्घाटन करते हुए उसकी शुरुआत की।पीएम मोदी ने सबसे पहले राज्यपाल व सीएम के साथ सरयू नहर परियोजना से संबंधित मॉडल का निरीक्षण किया। उसके बाद बटन दबाकर देश की सबसे बड़ी सिंचाई परियेाजना का शुभारंभ किया।
5 नदियों को जोड़ेगी यह 'सरयू नहर परियोजना'
सरयू नहर परियोजना 1971-72 में शुरू हुई थी लेकिन मोदी सरकार बनने के बाद यह परियोजना परवान चढ़ सकी। वर्ष 2018 से इस परियोजना के कार्य में तेजी आई और इसे राष्ट्रीय परियोजना मे शामिल किया गया। आपको बता दें कि पांच नदियों को जोड़ने वाली यह परियोजना बलरामपुर, श्रावस्ती, गोंडा, बहराइच, बस्ती, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, संत कबीरनगर व गोरखपुर के किसानों को लाभान्वित करेगी।
30 लाख किसानों को मिलेगा लाभ
9802 करोड़ से बनी परियोजना के शुरू होने से भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के नौ जिलों के करीब साढ़े 14 लाख हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलने लगेगी। इस परियोजना की शुरुआत के साथ ही करीब 30 लाख किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ मिलना शुरू हो गया। आपको बता दें कि यह परियोजना लगभग 50 साल से अधूरी थी।