उत्तराखंड में एफआईआर दर्ज होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने सफाई देते हुए कहा है कि खनन माफियाओं ने बंधक बनाकर पुलिसकर्मियों को मारने के साथ गोलियां भी चलाई गई है। इस वजह से छह पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए है।
मुरादाबाद: उत्तराखंड में एफआईआर दर्ज होने के बाद यूपी पुलिस ने सफाई दी। यूपी पुलिस का कहना है कि खनन माफियाओं ने बंधक बनाकर मारपीट के साथ गोलियां चलाई। इसके साथ ही 50 हजार इनामी बदमाश को फरार कर दिया गया। उत्तर प्रदेश में खनन माफिया जफ़र और उसके 30-35 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज़ कर लिया गया है। ठाकुरद्वारा इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह ने हमले के बाद मुकदमा दर्ज कराया है। फिलहाल सभी आरोपी अभी तक फरार है।
दरअसल उत्तराखंड के काशीपुर में खनन माफियाओं ने बुधवार देर शाम मुरादाबाद पुलिस टीम पर हमला बोलते हुए उन्हें बंधक बनाकर जमकर मारपीट की और गोलियां चलाईं। जिसमें एक महिला की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि छह सिपाहियों सहित कुल पांच घायल हुए हैं। बीत 13 सितंबर को अपराधी ने खनन इंस्पेक्टर और एसडीएम के साथ बदसुलूकी की गई थी। इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी नाराजगी जताई थी। इसके बाद मुरादाबाद पुलिस ने खनन माफिया जफर व कई लोगों के साथ मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमे में नामजद जफर तभी से फरार चल रहा था।