उत्तर भारतीयों को अपमानित करने को मुद्दा बनाकर कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मोर्चा खोल दिया है। अपने क्षेत्र में काफी संख्या में लोगों की रैली निकालकर उन्होंने मंगलवार को खुली चुनौती देते हुए कहा कि किसी भी हालत में राज ठाकरे को अयोध्या में घुसने नहीं देंगे। वहीं दूसरी तरफ अयोध्या सांसद लल्लू सिंह ने कहा जो भी भगवान राम की शरण में आएगा उसका स्वागत है।
अयोध्या: महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (MNS )के चीफ राज ठाकरे 5 जून को और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे और राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे 10 जून को अयोध्या आने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। दोनों ने राममंदिर जा कर दर्शन करने की बात कही है। इससे पहले रामनगरी की धरती से सियासत गर्म हो गई है। उत्तर भारतीयों को अपमानित करने को मुद्दा बनाकर कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मोर्चा खोल दिया है। अपने क्षेत्र में काफी संख्या में लोगों की रैली निकालकर उन्होंने मंगलवार को खुली चुनौती देते हुए कहा कि किसी भी हालत में राज ठाकरे को अयोध्या में घुसने नहीं देंगे। वहीं दूसरी तरफ अयोध्या सांसद लल्लू सिंह ने कहा जो भी भगवान राम की शरण में आएगा उसका स्वागत है।
राज ठाकरे प्रधानमंत्री मोदी की शरण में जाकर अपना और महाराष्ट्र का कल्याण करें
अयोध्या सांसद लल्लू सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि जो हनुमान जी की कृपा राज ठाकरे के ऊपर हुई है। इसलिए वह प्रभु श्री राम की शरण में आ रहे हैं। जो भी प्रभु श्री राम की शरण में जाएगा हम राम भक्तों के सेवक होने के नाते राज ठाकरे का हार्दिक स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा साथ ही साथ प्रभु राम से प्रार्थना है कि राज ठाकरे को सद्बुद्धि दें कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की शरण में जाकर अपना और महाराष्ट्र का कल्याण करें। सांसद ने कहा आदिकाल से समाज में लोगों के विचार भिन्न-भिन्न रहे हैं। लेकिन अयोध्या सब के स्वागत के लिए तैयार है। जो भी श्री राम की शरण में आएगा अयोध्यावासी होने के नाते उसका स्वागत किया जाएगा। उन्होंने सांसद बृजभूषण शरण अगर विरोध कर रहे हैं तो वह उनका व्यक्तिगत विचार हो सकता हैं।
बृजभूषण शरण के समर्थन में उतरे अयोध्या के कुछ संत और मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी
कैसरगंज के बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह का समर्थन अयोध्या के कुछ संतों ने भी किया है। सबने कहा है उत्तर भारतीयों से माफी मांगने पर ही उन्हें प्रवेश दिया जाएगा। संतों ने होल्डिंग के माध्यम से ये संदेश जारी किया है। हनुमानगढ़ी के संत राजू दास ने कहा है कि विभाजन की दृष्टि से देश को देखने वाले राज ठाकरे को अयोध्या आने का हक नहीं है । श्रीराम और राष्ट्रवाद की धरती उन्हें नहीं स्वीकार कर सकती। मुस्लिम पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी बृजभूषण सिंह के शरण का समर्थन किया है।
राज ठाकरे और आदित्य ठाकरे के लग चुके हैं पोस्टर
राज ठाकरे और उनके भतीजे आदित्य ठाकरे के आने पहले ही अयोध्या में पोस्टर में पोस्टर भी दिखे। लेकिन जिला प्रशासन के आनन-फानन में उसे हटवा दिया। जिससे कही माहौल गड़बड़ ना हो जाए। एक में लिखा था 'असली आ रहे हैं नकली से सावधान' और दूसरे में 'राजतिलक की करो तैयारी आ रहे हैं भगवाधारी' जैसे स्लोगन लिखे थे।