मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल और पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश द्वारा लगभग 100 जोड़ी जूट का जूता बांटा गया। दोनों अधिकारियों ने बताया कि लकड़ी के खडाऊ को पहन कर डियूटी करना सभी के बस की बात नहीं है। इस परेशानी को देखते हुए पीएम ने कर्मचारियों को यह भिजवाया है।
वाराणसी: काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temole) के सुरक्षाकर्मियों, सेवादारों और पुजारियों को पीएमओ कार्यालय की तरफ से जूट का जूता भेंट किया गया है। मंदिर परिसर में संगमरमर पर नंगे पांव खड़े होकर डियूटी कर रहे कर्मचारियों की परेशानी को पीएम (PM Modi) ने संज्ञान लिया है। उनके लिए जूट से बने जूता मंदिर प्रशासन को भेज गया है, जिसे रविवार को बंटवाया गया।
मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल और पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश द्वारा लगभग 100 जोड़ी जूट का जूता बांटा गया। दोनों अधिकारियों ने बताया कि लकड़ी के खडाऊ को पहन कर डियूटी करना सभी के बस की बात नहीं है। इस परेशानी को देखते हुए पीएम ने कर्मचारियों को यह भिजवाया है।
लेदर या रबर के जूते पर प्रतिबंध
मंडलायुक्त ने बताया कि मंदिर परिसर में लेदर या रबर से निर्मित जूता चप्पल प्रतिबंधित है ऐसे में भीषण ठंड में 8 घंटे डियूटी करने में सुरक्षा कर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। पीएमओ द्वारा भेजा गया जूट का जूता पुलिस, सीआरपीएफ, पुजारी, सेवादार, सफाईकर्मी को दिया गया है।