यूपी के जिले वाराणसी में आचार्य शांतनु महाराज ने ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले पर बड़ी बात बोली है। उन्होंने कहा है कि यह देश हिंदू मान्यताओं के आधार पर चलेगा। इतना ही नहीं उनका कहना यह भी है कि वह स्थान हिंदू मुस्लिम का नहीं बल्कि बाबा विश्वनाथ का है।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश की विश्वनाथ नगरी काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान के शताब्दी कृषि प्रेक्षागृह में 17 सितंबर 2022 से आयोजित सात दिवसीय संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन हुआ। यहां श्रीराम कथा प्रख्यात मानस मर्मज्ञ आचार्य शान्तनु महाराज ने श्रीरामचरित मानस के विभिन्न पहलुओं से आम लोगों जीवन से जोड़कर व्याख्या की। उनका ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले पर कहा कि जिला न्यायालय ने मान लिया कि यह मामला सुनने योग्य है। यह देश हिंदू मान्यताओं के आधार पर चलेगा और मूल अधिकार हिंदूओं का है। उन्होंने आगे कहा कि देश में मंदिरों को लेकर जो भी विवाद चल रहा है वह हिंदू के पक्ष में ही आएगा।
आचार्य शान्तनु महाराज का कहना यह भी है कि श्रीराम जन्मभूमि के फैसले के बाद अन्य जगहों का निदान स्वयं हो गया है। ज्ञानवाणी प्रकरण में न्याय एवं संवैधानिक प्रतिक्रिया के आधार पर फैसला हिन्दुओं के पक्ष में आएगा। उन्होंने कहा वह स्थान हिन्दू मुसलमान का नहीं बल्कि वह स्थान भगवान विश्वनाथ का है। इसके अलावा विश्वनाथ बाबा में दर्शन के लिए वीआईपी कल्चर को लेकर कहा कि भगवान के घर कोई बड़ा नहीं होता इसलिए वीआईपी कल्चर दर्शन को खत्म करना चाहिए।