कश्मीर में हो रही टारगेट किलिंग को लेकर लोगों का गुस्सा नजर आ रहा है। इसी कड़ी में फारूख अब्दुल्ला के बयान को लेकर भी लोगों की नाराजगी देखने को मिली। उनकी गिरफ्तारी के लिए मांग भी की गई।
कश्मीर में हिन्दुओं को निशाना बनाकर की जा रही हत्या कश्मीर के नेताओं के शह पर हो रही है। पाकिस्तान परस्त कश्मीरी नेता गाहे बगाहे आतंकियों का पक्ष ले रहे है । नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि "कश्मीर में हत्या होती रहेगी।" इस बयान से भारतीय अवाम पार्टी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है। भारतीय अवाम पार्टी के सुभाषवादी कार्यकर्त्ताओं ने मुंशी प्रेमचंद स्मृति द्वार, लमही पर फारूक अब्दुल्ला का पुतला फूंककर गिरफ्तारी की मांग की है। कश्मीर में आतंकी बिहारी मजदूरों की हत्या कर रहे हैं। पाकिस्तान नहीं चाहता है कि वहाँ स्थिति सामान्य हो। इसलिए पाकिस्तान के टुकड़े पर पलने वाले जिहादी नेता आतंकियों द्वारा की जा रही हत्याओं को उचित ठहरा रहे हैं। सुभाषवादियों में उबाल है, नाराजगी है और आतंकी समर्थक नेताओं को तिहाड़ भेजने की मांग कर रहे है।
भारतीय अवाम पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष नजमा परवीन ने कहा कि "ये दूसरों को गलतफहमी है कि फारूक कश्मीर का नेता है। भारतीय अवाम पार्टी जानती है कि पाकिस्तान का राग लापने वाला फारूक कभी देशहित की बात नहीं सोच सकता। आतंकियों के हिंसा और अपराध को छिपाने और जायज ठहराने के लिए फारूक ने कहा कि कश्मीरियों के इंसाफ मिलने तक यह हत्याए होती रहेंगी। पार्टी फारूक पर प्रतिबंध लगाने के साथ गिरफ्तारी की मांग करती है। फारूक के बयानों से आतंकियों का मनोबल बढ़ा है और हत्याओं में तेजी आई है। कश्मीर में आतंकियों के आकाओं को गिरफ्तार कर जेल में ठूंस दिया जाएगा, तो स्वतः आतंकवाद खत्म हो जाएगा।"