उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मैराथन दौड़ प्रतियोगिता की अनुमति निरस्त किए जाने के बाद शनिवार को कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने लखनऊ पुलिस आयुक्त के कैंप कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया।
लखनऊ: लड़कियों की मैराथन दौड़ की अनुमति न मिलने से नाराज कांग्रेसियों (congress) ने शनिवार की देर शाम पुलिस कमिश्नर (Police commissoner) के आवास का घेराव किया। रविवार को यह मैराथन होनी थी। पुलिस से नोकझोंक के बाद अध्यक्ष समेत कई कांग्रेसियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
सप्रू मार्ग पर रात में कांग्रेस के कार्यकर्ता अनुमति न दिए जाने पर बात करने के लिए पुलिस कमिश्नर आवास पहुंचे थे। शहर अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव अज्जू, दिलप्रीत सिंह डीपी, पार्षद ममता चौधरी, अनस रहमान समेत कई कांग्रेसी नेता जब आवास के पास पहुंचे तो पुलिस ने उनको रोक लिया। इस पर कांग्रेसी भी कमिश्नर से मिलने की जिद पर अड़ गए। इतनी देर में कई थानों की पुलिस आ गई। इन सभी नेताओं कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा के निर्देश पर पार्टी को रविवार को राजधानी के गौतमपल्ली थाना इलाके के 1090 चौराहे से लड़कियों की मैराथन दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन करना था। उत्तर प्रदेश ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख कैप्टन बंशीधर मिश्र ने शनिवार शाम 'पीटीआई-भाषा' से कहा कि गौतमपल्ली थाने की पुलिस ने कोविड प्रोटोकॉल और धारा 144 लागू होने का हवाला देकर दौड़ की अनुमति निरस्त कर दी जिसके विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आयुक्त कैंप कार्यालय पर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया।