अभी मां के गर्भ से बाहर भी नहीं आया बच्चा, पेट से ही दी दुनिया को कोरोना से लड़ने की हिम्मत

पूरी दुनिया में अभी कोरोना का कहर फैला हुआ है। इसी बीच, जापान में एक प्रेग्नेंट महिला का जब डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड किया तो ऐसा लगा कि बच्चा पेट के अंदर से ही शांति का संदेश दे रहा है।

Asianet News Hindi | Published : Apr 7, 2020 6:36 AM IST / Updated: Apr 07 2020, 05:07 PM IST

हटके डेस्क। पूरी दुनिया में अभी कोरोना का कहर फैला हुआ है। हर आदमी इसे लेकर चिंतित और परेशान है। जब भी कोई टीवी देखता है तो कोरोना से ही जुड़े समाचार देखने को मिलते हैं। सोशल साइट्स भी हर तरफ कोरोना ही छाया हुआ है। इससे लोग ज्यादा खौफ में आ रहे हैं। कोरोना का संक्रमण होने का खतरा बुजुर्ग और प्रेग्नेंट महिलाओं को ज्यादा है। जापान की एक प्रेग्नेंट महिला कोरोना की खबरों से काफी परेशान थी। जब उसे पता चला कि उसके पंसदीदा कॉमेडियन केन शिमुरा की कोरोना से मौत हो गई है तो वह ज्यादा ही खौफ में आ गई। उसे 7 महीने का गर्भ था और उसे चेकअप के लिए डॉक्टर के पास जाना था। 

अल्ट्रासाउंड देख कर हैरान रह गई महिला
जब वह चेकअप के लिए डॉक्टर के पास गई तो उसका अल्ट्रासाउंड शुरू हुआ। डॉक्टर ने जेल लगा कर अल्ट्रासाउंड का प्रॉसेस शुरू किया। इस दौरान जब महिला ने स्क्रीन पर देखा तो हैरान रह गई। ऐसा लग रहा था कि गर्भ में बच्चा अपने हाथ हिला कर पीस साइन बना रहा था, मानो शांति का संदेश दे रहा हो। यह देख कर महिला को काफी खुशी हुई। इस अल्ट्रासाउंड की तस्वीर को ट्विटर पर डाला गया है।  

क्या कहना है शोधकर्ताओं का 
शोधकर्ताओं का कहना है कि गर्भ मे पल रहा शिशु अपनी मां की भावनाओं को अच्छी तरह महसूस कर सकता है। वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक, गर्भ में पल रहा शिशु मां की फीलिंग्स को महसूस करने के साथ ही बाहरी वातावरण से भी प्रभावित होता है। बाहर की आवाजों का भी उस पर असर पड़ता है। यही नहीं, मां जो खाना खाती है और जैसा सोचती है, उससे भी वह प्रभावित होता है।

मां के खुश रहने पर बच्चा होता है स्वस्थ
शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर प्रेग्नेंट महिला खुश और शांत रहती है तो गर्भ में शिशु का विकास ठीक से होता है। वह ज्यादा स्वस्थ होता है। वहीं, अगर मां चिंतित, उदास और तनाव में रहती है तो इससे ऐसे हार्मोन्स निकलते हैं, जिससे शिशु के विकास पर बहुत बुरा असर पड़ता है। ऐसा होने पर उसके शरीर और दिमाग का ठीक से विकास नहीं हो पाता है। बहरहाल, गर्भ में पल रहे शिशु के पीस साइन बनाने से सभी लोग अचंभित हैं। 

 

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