असम और बंगाल में पहले चरण के लिए गुरुवार को प्रचार थम गया। 27 मार्च को असम की 47 और प बंगाल की 30 सीटों पर चुनाव होना है। जहां बंगाल में 30 सीटों पर 191 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, वहीं असम में पहले चरण में 267 उम्मीदवारों का फैसला होना है। जहां बंगाल में पहले चरण में टीएमसी की साख दांव पर लगी है, वहीं, असम में भाजपा के लिए चुनौती 2016 के प्रदर्शन को दोहराने की है।
कोलकाता/ गुवाहाटी. असम और बंगाल में पहले चरण के लिए गुरुवार को प्रचार थम गया। 27 मार्च को असम की 47 और प बंगाल की 30 सीटों पर चुनाव होना है। जहां बंगाल में 30 सीटों पर 191 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, वहीं असम में पहले चरण में 267 उम्मीदवारों का फैसला होना है। जहां बंगाल में पहले चरण में टीएमसी की साख दांव पर लगी है, वहीं, असम में भाजपा के लिए चुनौती 2016 के प्रदर्शन को दोहराने की है।
प बंगाल का चुनाव इस बार काफी दिलचस्प है। यहां बांकुड़ा, पुरुलिया, झारग्राम, पश्चिमी और पूर्वी मिदनापुर 5 जिलों की 30 सीटों पर मतदान होना है। ये क्षेत्र ममता बनर्जी का गढ़ माना जाता है। यहां की 30 सीटों में से 2016 में टीएमसी ने 27 पर कब्जा किया था। जबकि भाजपा का खाता भी नहीं खुला था। वहीं, कांग्रेस दो सीटों पर और एक सीट अन्य के खाते में गई थी। लेकिन इस बार स्थिति बदली हुई नजर आ रही है। इसलिए भाजपा को काफी उम्मीदें हैं।
इन VIP सीटों पर सबकी नजरें
सीट | BJP उम्मीदवार | TMC उम्मीदवार |
पुरुलिया | सुदीप मुखर्जी | सुजय बनर्जी |
बांघमुंडी | आशुतोष महतो | सुशांत महतो |
खड़गपुर | तपन भुया | दिनेन रॉय |
मेदनीपुर | सामित कुमार | जुने महिला |
खेजरी | सांतनु प्रमाणिक | पार्था प्रीतम दास |
कैसा रहा चुनाव प्रचार ?
पहले चरण में भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, मप्र के सीएम शिवराज सिंह, भाजपा सांसद मनोज तिवारी समेत तमाम बड़े चेहरों को उतारा। पीएम मोदी ने पहले चरण से पहले चार रैलियां कीं। उनकी ये रैलियां पुरुलिया, कांथी, बांकुरा और खड़कपुर में रैली की। वहीं, अमित शाह और जेपी नड्डा ने भी एक दर्जन से ज्यादा रैलियां और रोड शो किए।
वहीं, टीएमसी की चुनाव प्रचार की डोर ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी ने संभाली। ममता ने नंदीग्राम में चोटिल होने के बाद व्हील चेयर से प्रचार किया। जबकि कांग्रेस के राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जैसे बड़े चेहरे पहले चरण के चुनाव प्रचार से दूर नजर आए।
पहले चरण में 191 प्रत्याशी मैदान में, इनमें से 48 पर क्रिमनल केस
एडीआर के मुताबिक, इस चरण में 191 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें से 48 पर आपराधिक मामले हैं। जबकि 42 पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। वहीं, इनमें से 19 प्रत्याशी करोड़पति हैं। जबकि चार के पास एक भी रुपए नहीं है।
असम में पहले चरण में 47 सीटों पर मतदान होना है। जिन सीटों पर वोटिंग होनी है, वहां भाजपा ने 27 सीटें जीती थीं। जबकि भाजपा की सहयोगी असम गणपरिषद ने 8 सीटों पर कब्जा किया था। जबकि कांग्रेस ने 9 और एआईयूडीएफ ने दो सीटें जीती थीं।
असम में बदले समीकरण
इस बार असम के राजनीतिक समीकरण में काफी बदलाव हुआ है। दरअसल, विपक्ष एकजुट होकर चुनाव लड़ रहा है। भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए कांग्रेस लेफ्ट और एआईयूडीएफ के साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरी है। जबकि भाजपा एजेपी के साथ चुनाव में हैं। लेकिन इस बार बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने भाजपा का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा है।
ये बड़े चेहरे हैं मैदान में
असम में पहले चरण में भाजपा नेता और मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल (माजुली सीट), विधानसभा अध्यक्ष हितेंद्र नाथ (जारेहाट), रंजीत दत्ता (बेहाली) की किस्मत दांव पर हैं। जबकि भाजपा की सहयोगी एजेपी नेता और मंत्री अतुल बोरा (बोकाखाट) और केशव महंत (कलियाबोर) भी चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि कांग्रेस नेता रिपुन बोरा (गोहपुर), विधायक दल के नेता देवव्रत सौकिया (नाजिरा सीट) से मैदान में हैं।
कैसा रहा चुनाव प्रचार?
इस चुनाव में भाजपा सत्ता में बनी रहने के लिए पूरी जोर लगा रही है। वहीं, कांग्रेस ने उसे बाहर करने के लिए सभी हथकंडे अपना लिए हैं। भाजपा की ओर से असम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, मप्र के सीएम शिवराज सिंह, भाजपा सांसद मनोज तिवारी समेत तमाम बड़े नेताओं ने चुनाव प्रचार किया। पीएम मोदी ने पहले चरण से पहले बिहपुरिया, छाबुआ, बोकाखाट, करीमगंज में रैलियां कीं। वहीं, कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी ने तमाम जनसभाएं कीं।
असम: 259 उम्मीदवार मैदान में, 41 पर आपराधिक मामले
असम में पहले चरण में 259 उम्मीदवार मैदान में हैं। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से 41 पर आपराधिक मामले हैं। वहीं, 34% पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। कुल उम्मीदवारों में 101 उम्मीदवार करोड़पति हैं।