
काबुल. अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जा करने के साथ ही देश हजारों लोग देश छोड़कर भागना चाहते हैं। इस बीच काबुल हवाई अड्डे के कुछ वीडियो सोशल मीडिया(social media) पर वायरल हुए हैं। इसमें एयरपोर्ट पर लाशें बिछी हुई हैं और लोग हवाई जहाज में चढ़ने को लेकर मारामारी तक करते दिखाई दिए हैं।
अमेरिकी सेना की मौजूदगी के बावजूद तालिबान हिंसक
काबुल एयरपोर्ट पर इतनी भीड़ है कि हवाई मुंबई की लोकल भी इसके आगे फेल नजर आ रही है। एक हवाई मे चढ़ने सैकड़ों लोग मारमारी करते दिखाई दिए। बेशक काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सेना ने कब्जा जमा रखा है, लेकिन तालिबान अब बेखौफ हो चुका है। यहां हुई गोलीबारी में कई बेकसूर लोग मारे गए हैं।एयरपोर्ट पर वो लोग भी हवाई जहाज में चढ़ने की कोशिश करते देखे जा रहे, जिनके पास वीजा और पासपोर्ट तक नहीं है। आरोप है कि इन लोगों की मौत अमेरिकी सेना की गोलीबारी में हुई।
तालिबान पर भरोसा नहीं
तालिबान बार-बार भरोसा दिला रहा है कि नागरिकों की हिफाजत की जाएगी, लेकिन किसी को विश्वास नहीं। एयरपोर्ट पर कई महिलाओं को गोली मार दी गई, जिन्होंने हिजाब नहीं पहना था। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं होती है। एयरपोर्ट पर भगदड़ मची हुई है।
20 साल बाद तालिबान फिर से अफगानिस्तान पर काबिज
1998 में जब तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा करके शरिया कानून लागू किया था, तब लोगों को सरेआम सजा दी गई थी। ऐसा ही फिर से दिखाई देने लगा है। तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट पर बिना हिजाब पहने दिखीं महिलाओं को गोली मार दी। जवाबी कार्रवाई में अमेरिकी सेना ने भी फायरिंग की। अमेरिका ने अपने नागरिकों को निकालने काबुल एयरपोर्ट पर 6 हजार सैनिक तैनात किए हैं। लेकिन लोग इतने डरे हुए हैं कि वे एक हवाई जहाज में लटककर भी यात्रा करने को तैयार हैं। याद दिला दें कि 11 सितंबर, 2001 को अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को तालिबान ने अमेरिका से बचाया था। हालांकि बाद में अमेरिका ने तालिबान को उखाड़ फेंका था। लेकिन अब जैसे ही अमेरिकी सेना वापस हुई, तालिबान फिर लौट आया।
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