
Trump Putin Summit: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 15 अगस्त को अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने वाले हैं। दोनों के बीच यूक्रेन युद्ध रोकने पर बात होगी। इसपर पूरी दुनिया की नजर है। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ऐसी बातें कर रहे हैं, जिससे लोग सवाल पूछ रहे हैं कि क्या उनकी दिमागी हालत ठीक है?
दो दिन पहले ट्रंप ने दो बार कहा कि वह व्लादिमीर पुतिन के साथ अलास्का शिखर सम्मेलन के लिए रूस जाने वाले हैं। दरअसल, अलास्का भौगोलिक रूप से रूस के करीब भले हैं, लेकिन यह अमेरिकी राज्य है। ट्रंप को अपने ही देश के एक हिस्से में जाना है, लेकिन वे इसे रूस का बता रहे हैं। अब ट्रंप ने रूस के दूसरे सबसे बड़े शहर का वर्णन करने के लिए सोवियत युग के नाम का इस्तेमाल किया है। इसके चलते लोग पूछ रहे हैं कि क्या उन्हें Dementia (मनोभ्रंश) तो नहीं है।
ट्रंप ने पुतिन के साथ अपनी बैठक के मीडिया कवरेज के बारे में शिकायत करने के लिए ट्रुथ सोशल पर लिखा, "प्रेस यहां तक कहेगी कि मैंने बुरा सौदा किया है। भले ही हम मॉस्को और लेनिनग्राद को मुक्त करने के लिए एक समझौते पर पहुंच गए हों। अगर रूस के साथ समझौते के तहत मुझे मास्को और लेनिनग्राद मुक्त मिल जाते तो फर्जी खबरें कहतीं कि मैंने एक बुरा सौदा किया है।"
ट्रंप ने जो पोस्ट किया उससे ऐसा प्रतीत होता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति एक छोटी सी बात से अनभिज्ञ थे कि जिस शहर को उन्होंने लेनिनग्राद कहा वह वास्तव में सेंट पीटर्सबर्ग है। यह नाम तब से है जब जून 1991 में शहर के निवासियों ने सोवियत युग के नाम लेनिनग्राद को त्यागने के लिए मतदान किया था।
इस पोस्ट के बाद लोगों ने ट्रंप को मनोभ्रंश होने की अटकलें लगाईं। 1987 में ट्रंप और उनकी तत्कालीन पत्नी इवाना ने संभावित ट्रंप होटल परियोजना के लिए मास्को का दौरा किया था। वह शहर का नाम बदलने से चार साल पहले लेनिनग्राद गए थे।
डिमेंशिया या मनोभ्रंश मानसिक परेशानी है। इसमें पीड़ित के सोचने, याद रखने और तर्क करने की क्षमता को नुकसान पहुंचता है। डिमेंशिया से ग्रस्त कुछ लोग अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर पाते। डिमेंशिया सबसे हल्के चरण में व्यक्ति के कामकाज को प्रभावित करना शुरू करता है। सबसे गंभीर चरण में व्यक्ति को दैनिक जीवन की बुनियादी गतिविधियों (जैसे- अपना पेट भरना) के लिए पूरी तरह से दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है।
जुलाई में ट्रंप ने जेरोम पॉवेल को फेडरल रिजर्व का अध्यक्ष नियुक्त करने के लिए जो बाइडेन की आलोचना की थी। भूल गए थे कि उन्होंने खुद 2017 में यह नियुक्ति की थी। कुछ दिन पहले, उन्होंने दावा किया था कि उनके एमआईटी प्रोफेसर चाचा ने टेड काजिनस्की को "उनाबॉम्बर" बनने से पहले पढ़ाया था। काजिनस्की ने एमआईटी में पढ़ाई नहीं की है। सोमवार को ट्रंप ने दो बार जोर देकर कहा कि वह शुक्रवार को रूस जाएंगे, जिससे प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट को यह स्पष्ट करना पड़ा कि शिखर सम्मेलन दरअसल अलास्का में होगा।
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