PM Modi France Visit: पीएम मोदी और इमैनुअल मैक्रों ने मिलाया हाथ, रक्षा संबधी प्रोजेक्ट में करेंगे सहयोग

भारत और फ्रांस के बीच डिफेंस में सहयोग से जुड़े प्रोजेक्ट्स को लेकर ऐलान किया गया। इसके साथ ही दोनों दोनों देशों ने सिंगल यूज प्लास्टि को खत्म करने को लेकर कमिटमेंट किया। 

 

 

Yatish Srivastava | Published : Jul 15, 2023 12:22 AM IST

वर्ल्ड न्यूज। पीएम मोदी का फ्रांस दौरा निश्चित रूप से इसबार काफी महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। इससे दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच रक्षा संबंधी कई प्रोजेक्ट को लेकर घोषणाएं की गईं।

शुक्रवार को वार्ता के बाद दोनों देशों ने फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर इंजन के ज्वाइंट डेवलेपमेंट और इंडियन नेवी के लिए तीन स्कॉर्पीन सबमैरीन्स (पनडुब्बी) की मैन्यूफैक्चर समेत कई डिफेंस प्रोजेक्ट की घोषणा की। वहीं फ्रांस से राफेल लड़ाकू जेट के 26 नौसैनिक वेरिएंट की खरीद को लेकर अभी तक भारत की ओर से कोई अधिकारिक सूचना नहीं जारी की गई है। 

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एडवांस डिफेंस टेक्नोलॉजी पर चर्चा
दोनों देशों के बीच हुई बातचीत में एडवांस डिफेंस टेक्नोलॉजी के ज्वाइंट डेवलपमेंट और प्रोडक्शन में एक-दूसरे की हेल्प करने के लिए सहमति व्यक्त की। इस फैसले को भारत और फ्रांस के बीच बढ़ते द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के बेहतर भविष्य के रूप में देख सकते हैं।

36 राफेल जेट डिलीवरी के बारे में बताया
एक दस्तावेज में 36 राफेल जेट की समय पर डिलीवरी के बारे में भी बताया गया है, जो कि भारत ने एयरफोर्स के लिए फ्रांस से खरीदे थे। इसमें कहा गया है कि दोनों पक्ष तीन अतिरिक्त पनडुब्बियों के निर्माण के लिए भारत सरकार की कंपनी मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड और फ्रांस के नौसेना समूह के बीच हुए समझौते का स्वागत करते हैं। पी-75 प्रोग्राम्स के अंतर्गत इस डील पर दोनों देशों ने सहमति जताई है।

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एडवांस एरोनाटिकल टेक्नोलॉजी में सपोर्ट के लिए रोडमैप रेडी
भारत और फ्रांस के बीच फाइटर जेट इंजन के ज्वाइंट डेवलपमेंट का सपोर्ट करने के साथ एडवांस एरोनॉटिकल टेक्नोलॉजी में भी सहयोग करने करने का निर्णय लिया गया है। इसके मद्देनजर सफरान और डीआरडीओ के बीच रोडमैप भी तैयार किया गया है। 

प्लास्टिक से बढ़ते पॉल्यूशन को रोकने पर सहमति 
दोनों देशों की बीच सिंगल-यूज प्लास्टिक प्रोडक्ट्स के निर्माण और उसके प्रयोग को बंद करने को लेकर भी कमिटमेंट किया। प्लास्टिक से होने वाला पॉल्यूशन एक ग्लोबर एनवायर्नमेंटल टॉपिक बन गया है इसपर चर्चा की जानी चाहिए। प्लास्टिक के प्रयोग से इको-सिस्टम पर खराब प्रभाव पड़ता है। दोनों देशों ने सिंगल यूज प्लास्टिक को स्टेप बाई स्टेप खत्म करने पर जोर दिया। 

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