एंटीगुआ-बारबुडा के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने कहा कि हमारा देश भारत के प्रति आभारी है। पीएम मोदी ने वैक्सीन भेजकर हमारे हजारों लोगों का जीवन बचाया है।
नई दिल्ली। भारत का भगोड़ा मेहुल चौकसी एंटीगुआ से लापता है। एंटीगुआ और बारबुडा सरकार ने बताया है कि मेहुल के देश छोड़ने के कोई सबूत नहीं मिले हैं लेकिन यहां की पुलिस इंटरपोल के संपर्क में है। लापता मेहुल चौकसी की जानकारी इंटरपोल के साथ साझा की जा रही है और इंटरनेशनल लेवल पर ग्रीन नोटिस भी लगाया जाएगा।
एंटीगुआ के प्रधानमंत्री ने दिया पीएम मोदी को धन्यवाद
एक टीवी चैनल WION से इंटरव्यू में एंटीगुआ-बारबुडा के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने कहा कि हमारा देश भारत के प्रति आभारी है। पीएम मोदी ने वैक्सीन भेजकर हमारे हजारों लोगों का जीवन बचाया है। हम भारत और भारतीयों के साथ हैं।
मेहुल का यहां स्वागत नहीं होगा
प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने कहा कि हम भारत और दुनिया को बताना चाहते हैं कि मेहुल चौकसी का हम यहां स्वागत नहीं होगा। हम उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को पूरी करेंगे। उन्होंने कहा कि यहां से वह एयरपोर्ट से नहीं भागा है, न ही किसी एयरक्राफ्ट का उपयोग किया है। हम लगातार भारतीय हाई कमिश्नर के संपर्क में हैं। भारतीय अधिकारियों को इंफार्म कर दिया गया है।
डिनर के बहाने भागा गया
भगोड़ा मेहुल चौकसी एंटीगुआ से भी गायब हो गया है। मेहुल रविवार शाम करीब 5 बजे जॉली हार्बर कम्युनिटी के पास कार में देखा गया था। वो द्वीप के दक्षिणी इलाके में स्थित एक चर्चित रेस्तरां में डिनर करने गया था। इसके बाद से उसका कोई पता नहीं है। मेहुल के वकील विजय अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि मेहुल के परिवार के एक सदस्य ने उसके गायब होने की खबर दी। मेहुल डिनर करने गया था। बाद में उसकी कार मिली, लेकिन वो वहां नहीं था।
13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप
मेहुल चौकसी पर पीएनबी में 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। मेहुल ने 2013 में शेयर बाजार में हेराफेरी करके यह फ्रॉड किया था। उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निकला हुआ है, लेकिन इस बीच वो एंटीगुआ भाग निकला। जांच एजेंसियों ने उसे भगोड़ा घोषित करते हुए उसकी अब तक 2,500 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की है। मेहुल ने एंटीगुआ और बारबुडा में काफी बड़ा निवेश कर रखा है। उसने वहां की नागरिकता ले ली है। उसे नवंबर, 2017 में कैरेबियाई राष्ट्र द्वारा निवेश कार्यक्रम के तहत नागरिकता दी थी। हालांकि अब उसकी नागरिकता रद्द करने की प्रक्रिया चल रही थी। माना जा रहा है कि इसके बाद मेहुल को भारत को सौंप दिया जाता। मार्च में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दावा किया था कि भगोड़े विजया माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को जल्द भारत लाया जाएगा। वे राज्यसभा में बीमा संशोधन विधेयक पर एक बहस का जवाब दे रही थीं।
मेहुल के वकील ने बताया वह एंटीगुआ में है
मेहुल चौकसी के वकील ने जून, 2017 को बंबई हाई कोर्ट में बतया था कि हीरा कारोबारी इलाज के लिए एंटीगुआ गया है, न कि भागा है। चौकसी ने अपने वकील विजय अग्रवाल के जरिए कोर्ट में हलफनामा दायर करके कहा था कि उसने मेडिकल जांच और उपचार के लिए जनवरी 2018 में देश छोड़ा था। इसके बाद मेहुल लगातार स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का हवाला देकर भारत लौटने में असमर्थता जताता रहा। चौकसी के अलावा उसका भतीजा नीरव मोदी भी पीएनबी घोटाले के आरोप हैं। ईडी और और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) दोनों इनकी तलाश कर रही हैं। इससे पहले मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था मेहुल की एंटीगुआ और बारबूडा ने नागरिकता रद्द कर दी है। इस पर मार्च में उसके वकील विजय अग्रवाल ने सफाई दी थी कि यह मामला सिविल कोर्ट में चल रहा है। अभी उसकी नागरिकता रद्द नहीं की गई है। वहां के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने भी तब कहा था कि मेहुल ने कानूनी रास्ता अपनाया है। इसलिए इस मामले को सुलझने में 7 साल लग जाएंगे।