जोहान्सबर्ग में मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स बिजनेस फोरम लीडर्स डायलॉग में भाग लिया। फोरम में सदस्य देशों के प्रमुखों ने सामाजिक-आर्थिक समाधानों के विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया।
BRICS Summit 2023: जोहान्सबर्ग में मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स बिजनेस फोरम लीडर्स डायलॉग में भाग लिया। फोरम में सदस्य देशों के प्रमुखों ने सामाजिक-आर्थिक समाधानों के विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया। पीएम ने सामाजिक और आर्थिक चैलेंजस से निपटने के लिए टेक्नोलॉजी-आधारित साल्युशन्स के अलावा ईज ऑफ डूइंग ट्रेड पर भी प्रकाश डाला।
पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स मिलकर वैश्विक कल्याण, विशेषकर ग्लोबल साउथ में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। जल्द ही भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। भारत में जीएसटी और इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड लागू होने के बाद निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।
यूपीआई बन रहा ट्रांजैक्शन का बड़ा जरिया
उन्होंने कहा कि रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र निजी क्षेत्र के लिए खोले गए हैं। प्रौद्योगिकी के उपयोग के साथ, हमने फाइनेंशियल इन्क्लूशन में एक छलांग लगाई है। आज स्ट्रीट वेंडर्स से लेकर शॉपिंग मॉल्स तक यूपीआई का उपयोग कर रहा है। आज दुनिया के सभी देशों में, भारत सबसे अधिक डिजिटल लेनदेन वाला देश है। हम भारत को सौर उर्जा, पवन उर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन और हरित हाइड्रोजन के क्षेत्र में मैन्युफैक्चरिंग सेंटर के रूप में एक्टिव होकर आगे बढ़ रहे।
भारत बनेगा दुनिया का ग्रोथ इंजन
पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का ग्रोथ इंजन बनेगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत ने आपदा और कठिन समय को आर्थिक सुधारों में बदल दिया। पिछले कुछ वर्षों में मिशन मोड में किए गए कार्यों के कारण भारत में व्यापार करने में आसानी में सुधार हुआ है। हमने पब्लिक सर्विस डिलेवरी, गुड गवर्नेंस पर फोकस किया है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए आशा की किरण है ब्रिक्स
ब्रिक्स बिजनेस फोरम में नरेंद्र मोदी ने कहा, "ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल को उसकी दसवीं वर्षगांठ पर बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं। पिछले दस वर्षों में ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल ने हमारे आर्थिक सहयोग को बढ़ाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 2009 में पहला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया था। उस समय दुनिया बड़े पैमाने पर वित्तीय संकट से बाहर आ रही थी। ब्रिक्स वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए आशा की किरण बनकर उभरा है।"
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पीएम मोदी ने कहा, "वर्तमान समय में दुनिया कोरोना महामारी और विवादों के बीच ई-इकोनॉमिक चुनौतियों से निपट रही है। ऐसे समय में एक बार फिर ब्रिक्स देशों की भूमिका महत्वपूर्ण है।" भारत की डिजिटल इकोनॉमी की चर्चा करते हुए पीएम ने कहा, "आज भारत में लाखों लोगों को एक क्लिक में सीधे सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। योग्य लाभार्थियों के खाते में डायरेक्ट पैसे भेजे जा रहे हैं। इससे पारदर्शिता बढ़ी है और भ्रष्टाचार में कमी आई है। प्रति गीगाबाइट डेटा की लागत के मामले में भारत सबसे किफायती देशों में से एक है। आज भारत में UPI का उपयोग किया जाता है। रेहड़ी-पटरी वालों से लेकर बड़े शॉपिंग मॉल तक लोग इसके इस्तेमाल से खरीददारी करते हैं। भारत सबसे ज्यादा डिजिटल लेनदेन वाला देश है। इस प्लेटफॉर्म से यूएई, सिंगापुर और फ्रांस जैसे देश जुड़ रहे हैं। ब्रिक्स देशों के साथ भी इस पर काम करने की काफी संभावनाएं हैं।”