
वाशिंगटन। यूएस प्रेसिडेंट चुनाव (US President Election) के दौरान कैपिटल हिल्स हिंसा (Capitol Hills violence) में जांच अधिकारियों ने पहली गिरफ्तारी की है। अरेस्ट किए गए व्यक्ति पर चुनाव में लगे अधिकारियों को जान से मारने की धमकी देने का आरोप है। आरोपी ने हिंसा के एक दिन पहले एक वेबसाइट क्रेगलिस्ट (Craigslist) पर विज्ञापन पोस्ट कर चुनाव अधिकारियों को जान से मारने पर $10,000 का इनाम देने की पेशकश की थी। जून 2021 में अस्तित्व में आई जांच टीम की यह पहली गिरफ्तारी है।
टेक्सास का रहने वाला है आरोपी
टेक्सास राज्य (Texas) के आस्टिन (Austin) का रहने वाले 54 वर्षीय चाड स्टार्क (Chad Stark) पर चुनाव अधिकारियों के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया था। आरोप सिद्ध होने पर आरोपी चाड स्टार्क को पांच साल तक की जेल की सजा हो सकती है।
यह है आरोप
5 जनवरी को, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Former President Donald Trump) के समर्थकों द्वारा यूएस कैपिटल (US Capitol) पर हमला किया गया था। हमले की पूर्व संध्या पर चाड स्टार्क ने क्लासीफाइड वेबसाइट क्रेगलिस्ट (Craigslist) पर एक विज्ञापन पोस्ट किया था। इस पोस्ट में जॉर्जिया के देशभक्तों को $10,000 का इनाम देने की पेशकश की गई थी। इनाम उसको देने की बात कही गई थी जो एक चुनाव अधिकारी को गोली मारता जिसे उन्होंने चीनी एजेंट के रूप में वर्णित किया था। इस पोस्ट में एक दूसरे चुनाव अधिकारी का भी जिक्र किया गया था, जिसको स्थानीय व फेडरल करप्ट जज बताया गया। उन्होंने लिखा कि अमेरिकी देशभक्तों के रूप में इन देशद्रोहियों के जीवन को समाप्त करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने एक तीसरे चुनाव अधिकारी से मिलकर और उसके कान के पीछे एक गोली मारने की बात भी कही। अधिकारिक बयान में अधिकारियों की पहचान के ए, बी और सी के रूप में दी गई है।
जार्जिया में ट्रंप को मिली थी हार
पारंपरिक रूप से कंजरवेटिव स्टेट जॉर्जिया ने नवंबर 2020 के चुनाव में अफ्रीकी-अमेरिकी मतदाताओं की लामबंदी की बदौलत बिडेन को वोट दिया। तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने राज्य के चुनाव अधिकारियों पर चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्होंने इन आरोपों की बदौलत ट्रंप ने रिजल्ट के खिलाफ असफल रूप से चुनौती दी थी।
कई महीनों की जांच के बाद इसलिए की गई गिरफ्तारी
अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने कहा कि न्याय विभाग की न केवल मतदान के अधिकार की रक्षा करने की जिम्मेदारी है, बल्कि उन लोगों की भी रक्षा करना है जो हमारी मतदान प्रणाली को हिंसा और हिंसा के अवैध खतरों से बचाते हैं।
सहायक अटॉर्नी जनरल केनेथ पोलाइट ने कहा कि जून के बाद से, न्याय विभाग को देश भर में चुनाव अधिकारियों को धमकियों की 850 से अधिक रिपोर्टें मिली हैं और दर्जनों जांच शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि स्टार्क की जांच में कई महीने लग गए क्योंकि हमें यह सुनिश्चित करना भी था कि हमारे द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का पर्याप्त साक्ष्य भी है या नहीं।
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