चीन की सत्ताधारी पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना का सौ साल का सफर पूरा हो चुका है। सौ साल पुरानी इस पार्टी की 19वीं सेंट्रल कमिटी (19th Central Committee) में कई प्रस्ताव पास किए जाने हैं।
बीजिंग। चीन (China) में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (Communist Party of China) ने फिर से शिन जिनपिंग (Xi Jinping) पर ही भरोसा जताने जा रही है। जिनपिंग को राष्ट्रपति (President) का तीसरा कार्यकाल भी सौंपा जा सकता है। सीपीसी (CPC) की चार दिवसीय अधिवेशन में जिनपिंग के नाम पर मुहर लग सकती है। अधिवेशन सोमवार से बीजिंग (Beijing) में शुरू हो चुका है। अगले साल शी जिनपिंग का राष्ट्रपति पद पर दूसरा कार्यकाल खत्म हो रहा है।
दरअसल, चीन की सत्ताधारी पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना का सौ साल का सफर पूरा हो चुका है। सौ साल पुरानी इस पार्टी की 19वीं सेंट्रल कमिटी (19th Central Committee) में कई प्रस्ताव पास किए जाने हैं। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, सीपीसी सेंट्रल कमिटी के लगभग 400 पूर्ण और वैकल्पिक सदस्य इस अधिवेशन में हिस्सा ले रहे हैं।
तो आजीवन राष्ट्रपति बने रहेंगे शी जिनपिंग
चीन में राष्ट्रपति पद के लिए किसी भी नेता को केवल दो कार्यकाल ही दिया जाता है। लेकिन शी जिनपिंग के लिए सीपीसी विशेष प्रस्ताव लाकर दो कार्यकाल की बाध्यता को खत्म कर रहा है। इस प्रस्ताव के बाद शी जिनपिंग तीसरी बार राष्ट्रपति बन जाएंगे। अगले साल ही उनका दूसरा कार्यकाल खत्म हो रहा है।
माओ के बाद शी जिनपिंग सबसे शक्तिशाली नेता
माओत्से तुंग (Mao Tse Tung) के बाद शी जिनपिंग चीन के सबसे शक्तिशाली नेताओं में शुमार हो गए हैं। सत्ता में अपने पिछले नौ वर्षों के कार्यकाल में पार्टी के संस्थापक माओ के बाद सबसे शक्तिशाली नेता के तौर पर उभरे हैं। अपने पूर्ववर्ती हू जिनताओ के विपरीत जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल के लिए अधिवेशन में रास्ता साफ हो जाएगा। 68 साल के शी के पास चीन की सत्ता के तीनों केंद्र- सीपीसी के महासचिव का पद, शक्तिशाली केंद्रीय सैन्य आयोग (CMC) के अध्यक्ष का पद, जो कि सेना की समग्र उच्च कमान है, और राष्ट्रपति का पद- हैं।
माओ के बाद शी जिनपिंग पार्टी को ही कोर लीडर का पद
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 2016 में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के कोर लीडर बनाए गए थे। कोर लीडर का दर्जा उनके पहले तक केवल माओत्से तुंग को ही प्राप्त था।
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