ट्रम्प का दावा- कोरोना वैक्सीन के 20 लाख डोज तैयार, पास होते ही शुरू कर देंगे ट्रांसपोर्टेशन

अमेरिका में कोरोना वायरस से अब तक 1.11 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 19 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित मिले हैं। इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया है कि महामारी से निपटने के लिए कोरोना वायरस की वैक्सीन की 20 लाख डोज तैयार हो चुकी हैं।

Asianet News Hindi | Published : Jun 6, 2020 3:21 AM IST

वॉशिंगटन. अमेरिका में कोरोना वायरस से अब तक 1.11 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 19 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित मिले हैं। इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया है कि महामारी से निपटने के लिए कोरोना वायरस की वैक्सीन की 20 लाख डोज तैयार हो चुकी हैं। उन्होंने कहा, जांच में पास होते ही वैक्सीन का ट्रांसपोर्टेशन शुरू कर देंगे।

ट्रम्प ने कहा, वैक्सीन को लेकर गुरुवार को बैठक हुई। हम काफी तेजी से इस दिशा में काम कर रहे हैं। यह अविश्वनीय है। हमने वैक्सीन की 20 लाख डोज तैयार कर ली हैं। जैसे ही वैक्सीन जांच में पास होती है, हम इसे बाकी शहरों में भेजना शुरू कर देंगे। हमने इसके लॉजिस्टिक के लिए भी पूरी तैयारी कर ली है। 

ट्रम्प ने कहा- महामारी से अमेरिका की स्थिति खराब
इतना ही नहीं ट्रम्प ने स्वीकार किया कि महामारी से उनके देश की स्थिति खराब हो गई है। ट्रम्प ने कहा, अमेरिका की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे बेहतर थी। लेकिन हम खराब स्थिति से गुजर रहे हैं। 

बेरोजगारी दर में आई कमी
अमेरिका में लॉकडाउन के चलते काफी तेजी से बेरोजगारी बढ़ी थी। लेकिन अब शुक्रवार को आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां बेरोजगारी दर में कमी आई है। इसका कारण है कि यहां पिछले 1 महीने में 25 लाख लोगों को रोजगार मिला है। अब बेरोजगारी 14.7% से 13.3% रह गई है। यहां प्रतिबंधों में डील के बाद कई बिजनेस दोबारा शुरू हुए हैं।

ट्रम्प की मुश्किलें बढ़ीं
व्हाइट हाउस के सामने प्रदर्शन कर रहे लोगों पर कार्रवाई के मामले में ट्रम्प के ऊपर केस दर्ज हुआ है। अमेरिकी सिविल लिबरटीज यूनियन और ब्लैक लाइव्ज मैटर संगठन ने ट्रम्प और उनके प्रशासन पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों के अधिकारों का हनन किया है। संगठन के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों पर अचानक से पुलिस ने हमला किया और उन प केमिकल, रबर बुलेट्स और साउंड कैनन जैसी चीजों का इस्तेमाल कर जबरन हटाया गया। अमेरिका की फेडरल कोर्ट में यह मामला दर्ज कराया गया।

Share this article
click me!